●2.15 लाख जमा पूंजी को नकारा, दस्तावेज प्रस्तुत करने पर ब्रांच मैनेजर प्रीति दास के उड़े होश
जादूगोड़ा : भारतीय स्टेट बैंक देश की सबसे विश्वसनीय बैंकों की श्रेणी में समझी है। जिस पर खाता धारक आंख बंद कर विश्वास करते है, लेकिन समय के साथ-साथ बैंक कर्मियों की लापरवाही व अनुभव की कमी भारतीय स्टेट बैंक की साख पर बट्टा लगा रहे है। ऐसा ही एक अजीबोगरीब घटना घटी स्टेट बैंक की जादूगोड़ा शाखा में। मामला अटल पेंशन योजना से जुडा था।जादूगोड़ा के धर्मडीह की रहने वाली लाभुक रागनी शर्मा के रिश्तेदार अपना पासबुक लेकर बैंक में जमा अटल पेंशन योजना की जानकारी हासिल करने सर्विस मैनेजर के पास गए। वहां जांचोंपरांत पहले तो अटक पेंशन स्कीम में किसी तरह की राशि जमा होने से इनकार कर दिया गया। बाद में बैंककर्मी के समक्ष प्रमाण प्रस्तुत की गई तो बैंक कर्मी के होश उड़ गए। बाद में उसमें जमा राशि की जानकारी दी गई। इस बावत बैंककर्मी की इस गलती का अहसास कराने शाखा प्रबंधक प्रीति दास के पास पहुंचने पर उनका भी जवाब बच्चों जैसा था। उन्होंने कहा कि गलत पोर्टल चेक करने से भूल हुई है। यह अटल पेंशन योजना नहीं है, नेशनल पेंशन स्कीम है। अंत में शाखा प्रबंधक प्रीति दास के समक्ष भी साक्ष्य प्रस्तुत किया गया। उसके बाद उन्होंने इसकी पुष्टि की। इसमें अब सवाल यह उठता है कि जब शाखा प्रबंधक प्रीति दास ही सही जानकारी के बिना ग्राहकों को गुमराह कर रहे हैं तो बैंक के अन्य कर्मियों पर भरोसा कैसे संभव है? यह गौर करने वाली बात है। बहरहाल देखना यह है कि बैंक के वरीय अधिकारी बैंक कर्मियों की इस गैर जिम्मेदाराना हरकत को किस तरह लेते हैं।

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