कांड्रा : आनन्दमार्ग का आनंद नगर में आयोजित तीन दिवसीय विश्व धर्म महासम्मेलन के अवसर पर कोशिकीय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न प्रांतों से काफी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया। उंक्त प्रतियोगिता में सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया स्थित गुरुकुल आवासीय विद्यालय के दो छात्रों ने भाग लिया। इसमें अभिजीत मुर्मू ने 32 मिनट तक नृत्य प्रस्तुत कर प्रथम स्थान तथा शुभम मुर्मू ने 30 मिनट तक प्रस्तुत कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया। सभी विजेता प्रतिभागियों को आनन्दमार्ग प्रचारक संघ के पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्व देवानन्द अवधूत ने सम्मानित किया। बताया गया है कि आनन्दमार्ग के प्रवर्तक श्री श्री आनन्दमूर्तिजी ने ही 6 सितंबर 1978 को कौशिकी नृत्य का प्रवर्तन किया था। यह नृत्य शारीरिक और मानसिक रोगों की औषधि है। विशेषकर महिला जनित रोगों के लिए रामबाण है। इस नृत्य के अभ्यास से सिर से पैर तक अंग- प्रत्यंग और ग्रंथियों का व्यायाम होता है और 22 रोग दूर होते हैं जिससे मनुष्य दीर्घायु होता है। इस दौरान काफी संख्या में आनंदमार्गी मौजूद रहे।

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