आदित्यपुर : बीते शुक्रवार की देर रात सापड़ा स्थित मां तारा होटल के समीप हिस्ट्रीशीटर सह बालू व्यवसायी बाबू दास पर अपराधकर्मियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया। उंक्त हमले में गम्भीर रूप से घायल बाबू दास को इलाज के लिए टीएमएच में भर्ती कराया गया जिसका इलाज चल रहा है। इधर, बबलू दास पर फायरिंग कर भाग रहे अपराधियों की स्विफ्ट डिजायर कार रात में ही एनएच 33 पर चिलगू में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसकी जानकारी मिलने पर वहां पहुंची पुलिस उन अपराधियों घटना अपराधियों का सुराग ढूंढने में रातभर लगी रही। लेकिन अंधेरे का फायदा उठाते हुए अपराधकर्मी भागने में सफल रहे। आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि बीती रात घटना की सूचना मिलते ही सभी चेकनाकों को अलर्ट कर दिया गया था। उंक्त घटना में अपराधकर्मी संतोष थापा के रिश्तेदार अज्जू थापा का नाम सामने आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि अज्जू नेपाल भाग सकता है, इसलिए सभी चेकनाकों पर घेराबंदी की गई थी। इसी दौरान एक कार के चिलगू में दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली। कार में एक राजनीतिक पार्टी का झंडा और केंद्रीय उपाध्यक्ष का बोर्ड लगा हुआ है जो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। संभवतः अपराधी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे हैं। उनकी तलाशी को लेकर आसपास के अस्पतालों में भी जांच की गई है। उन्होंने बताया कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उधर, घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ समीर कुमार सवैया भी टीएमएच पहुंचे और घायल बाबू दास से पूछताछ की। पुलिस को दिए बयान में बाबू दास ने अज्जू थापा और आनंद दुबे द्वारा गोली मारने की बात कही है। इस घटना में एक अन्य अपराधी देवाशीष दास का भी नाम सामने आ रहा है। वहां से एसडीपीओ घटनास्थल पर पहुंचे और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। घटनास्थल से पुलिस ने पांच खोखा बरामद किया है। बताया गया है कि उंक्त घटना में बाबू दास को सात गोलियां लगी है जिसमें तीन गोलियां उसके जांघ में, एक पेट में, दो हाथ में और एक गोली पसली को छूकर निकल गई। टीएमएच में चिकित्सको ने पेट में लगे गोली को ऑपरेशन कर निकाल दिया है। फिलहाल बाबू दास की स्थिति नाजुक बनी हुई है। विदित है कि बाबू दास और अज्जू थापा के बीच विगत तीन वर्षों से चूहे-बिल्ली का खेल चल रहा है। इससे पूर्व भी बाबू दास पर दो बार जानलेवा हमला हो चुका है। विगत वर्ष 2 जुलाई'2023 को एमटीसी मॉल के पीछे देवाशीष के भाई के होटल के समीप फायरिंग की घटना हुई थी जिसमें बाबू दास बाल बाल बच गया था। उसमें भी अज्जू और देवाशीष का नाम सामने आया था। घटना के बाद से दोनों फरार चल रहे थे। उसके बाद पुनः दूसरी बार विगत 9 अप्रैल'2024 को एमटीसी मॉल के पीछे ही बाबू दास के बोलेरो को टारगेट कर अपराधियों ने बम फेंका था। घटना के वक्त बाबू दास और उसके सहयोगी अजय प्रताप सिंह वहीं मौजूद थे और दोनों बाल-बाल बच गए थे। पुलिस ने उस मामले में अपराधकर्मी मोती बिश्नोई और मंतोष महतो को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। उसमें भी थापा गिरोह की संलिप्तता सामने आई थी। कोर्ट से बेल मिलने के बाद अज्जू सामने आया था। बताया जाता है कि बाबू दास विक्की नंदी गिरोह से ताल्लुक रखता है जो हत्या के एक मामले में जेल में बन्द है।
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