गम्हरिया : चित्रगुप्त महासमिति, गम्हरिया की ओर से चित्रगुप्त भवन में भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की 128वीं जयंती समारोह का आयोजन किया। समारोह की अध्यक्षता महासमिति के उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर सदस्यों ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण कर और पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस मौके पर अपने सम्बोधन में केएम श्रीवास्तव ने नेताजी सुभाष चंद्र को देश की महान विभूति की संज्ञा देते हुए कहा है ऐसे महापुरुष युग युग तक जीवंत रहते हैं। उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता है। अंग्रेजों को देश से भगाने के लिए उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए जापान के सहयोग से 'आजाद हिन्द फौज' का गठन किया था। नेताजी द्वारा दिया गया 'जय हिंद' का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा है। इस मौके पर उपस्थित चित्रगुप्त महासमिति के महासचिव संजय कुमार वर्मा ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के मन में देशप्रेम, स्वाभिमान और साहस की भावना बचपन से ही बड़ी प्रबल थी। वे अंग्रेज शासन का विरोध करने के लिए अपने भारतीय सहपाठियों का भी मनोबल बढ़ाते थे। इस मौके पर चित्रगुप्त महासमिति के योगेश्वर कुमार सिन्हा, सुभाष चंद्र दास, महेंद्र प्रसाद कर्ण, मुकेश कुमार, प्रभाष चन्द्र श्रीवास्तव, महेश कुमार श्रीवास्तव, अरुनजय कुमार, अभय लाभ समेत काफी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।
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