गम्हरिया : जिले के योगा प्रशिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष वन बिहारी महतो और सचिव आचार्य देबु चंद्र डे के नेतृत्व में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर मानदेय बढ़ाने की मांग किया है। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि राष्ट्रीय हेल्थ मिशन के तहत समाहित हेल्थ और वेलनेस सेन्टर पर अपनी सेवा दे रहे योग प्रशिक्षकों को वर्तमान में जो मानदेय दिया जा रहा है वह बहुत कम है। इससे स्वयं के जरूरतों को पूरा करने के अलावा परिवार का भरण पोषण करना असंभव है। बताया गया है कि उनका मानदेय उनके सेवा कार्य अवधि दो घण्टा को ध्यान में रख कर दिया जा रहा है। योग प्रशिक्षक को प्रतिदिन योग करवाना अनिवार्य है। इसलिए उन्हें प्रतिदिन अपने केन्द्र पर जाना पड़ता है। कई ऐसे प्रशिक्षक है जिन्हें 40.50 किमी दूर जाना पड़ता है जिसमे उन्हें मानदेय का 50 प्रतिशत से अधिक राशि खर्च हो जाता है। योग का कार्य सुबह ही करना होता है, इसलिए प्रतिदिन सुबह निकलना पड़ता है और इसमे कम से कम तीन-चार घन्टे का समय लग जाता है। इसके अलावा कोई विशेष कार्य होने या सरकार की योजना चलने के कारण विभाग या चिकित्सा प्रभारी द्वारा निर्देशित करने पर उन्हें 6 घंटा से भी अधिक समय देना पड़ता है। ऐसे में योग प्रशिक्षको को कोई अन्य कार्य कर पाना संभव नहीं होता जिससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अतः उनकी इन समस्याओं को देखते हुए योग प्रशिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय देने या कार्य समय अवधि बढ़ाते हुए 6 घण्टा करते हुए मानदेय 22,500/- रुपए करने की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में आनंद महतो, अनिता हेम्ब्रम, पहलवान पूर्ति, लंक बिहारी महतो, संतोष कुमार गोराई समेत कई योगा प्रशिक्षक शामिल थे।
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