गम्हरिया : औद्योगिक क्षेत्र स्थित आरडी रबड़ रिक्लेम कंपनी के मजदूरों का बेमियादी हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहा। मंगलवार को भी कंपनी का उत्पादन ठप्प रहा। भीषण गर्मी के बावजूद सभी कामगार कंपनी के बाहर धरना पर बैठे रहे। इस बीच मजदूरों के हड़ताल की सूचना पर श्रम अधीक्षक अविनाश ठाकुर धरना स्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कंपनी के स्थाई, अस्थाई एवं ठेका कर्मियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली। कामगारों ने उन्हें न्यूनतम मजदूरी का भुगतान नही करने, प्रबंधन की तानाशाही रवैए, समय पर वेतन समेत अन्य सुविधाएं प्रदान नहीं करने, सेवानिवृत हुए कर्मचारियों को सेटलमेंट का भुगतान नहीं करने आदि समस्याओं से अवगत कराते हुए अविलंब इस पर पहल करने की गुहार लगाई। कामगारों की समस्याओं से अवगत होने के बाद श्रम अधीक्षक ने बताया कि कंपनी के खिलाफ अपराधिक मामला बनता है। एनसीएलटी का मामला समाप्त हो गया है। इस पूरे मामले की जांच कर शीघ्र ही एक रिपोर्ट डीएलसी को सौंपकर कार्रवाई की मांग की जाएगी। उन्होंने बताया कि मतदान की तिथि को छुट्टी नहीं देना भी सरकारी आदेश का उल्लंघन है। इस मामले को लेकर डीसी को पत्र लिखकर कंपनी पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। श्रम अधीक्षक ने बताया कि कंपनी की ओर से नकद से वेतन भुगतान की बातें सामने आई है। जबकि सरकार के आदेश में 2017 से नकद से वेतन भुगतान बंद है। बताया कि प्रथम दृष्टया श्रम अधिनियम, न्यूनतम वेतन, बोनस, पीएफ, ईएसआई, ग्रेच्युटी से लेकर ऐसे सभी मामले में प्रबंधन को दोषी पाया गया है। इसके लिए बुधवार को एक नोटिस देकर प्रबंधन से स्पष्टीकरण की मांग की जाएगी। इसके बाद डीएलसी कोर्ट में क्लेम कर पेनाल्टी लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी प्रबंधन पर कामगारों के आरोपों की जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने पर कोर्ट में अपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा। इस दौरान श्रम अधीक्षक जब कंपनी परिसर गए तो वहां एक भी रजिस्टर नहीं मिला। बताया गया कि कार्यालय बंद कर वहां के सभी स्टाफ बाहर चले गए थे। इस दौरान कोल्हान मजदूर यूनियन के महासचिव बसंत कुमार, बबुआ मिश्रा, अजय कुमार, सुनील गुप्ता, दलबीर सिंह आदि भी मौजूद थे।
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