मुंबई : आज के इस आधुनिक और पूंजीवादी समाज में गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार के युवाओं को जिंदगी के लिए अभाव में अपने सपने को पूरा करने के लिए न सिर्फ संघर्ष करना पड़ता हैं बल्कि,कई कठिन परिस्थितियों से भी गुजरना पड़ता हैं। किसी भी गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार के युवा के लिए जीवन में सफलता अर्जित करना इतना सरल नहीं हैं। जब प्रतिस्पर्धा आर्थिक और बौद्धिक दोनों रूप से हो। लेकिन, जब युवाओं को कुछ ऐसे शख्सियत की जीवन सफलता को सुनने और जानने का अवसर मिलता हैं जो उन्हीं की तरह विषम परिस्थितियों में रह कर स्वयं को साबित किए और एक मुकाम को हासिल किया। तब वे प्रेरित होते हैं और उम्मीद लेकर हौसला के साथ लक्ष्य की ओर अग्रसर होते हैं। ऐसी ही एक लघु फिल्म 'त्वमेव सर्वम' हैं, जो युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। यह मध्यप्रदेश के ज्वाइंट कलेक्टर डॉ0 जीवन एस. रजक के संघर्षों पर आधारित हैं। उनके पिता मूलचंद ने उन्हें किस प्रकार ज्वाइंट कलेक्टर बनाने के लिए तकलीफे उठाई? कैसे उनका हमेशा साथ दिया और हमेशा उन्हें प्रेरित करते रहें। पिता- पुत्र का संघर्ष और एक दूसरे का साथ आज के समाज के हर पिता पुत्र के लिए एक सबक हैं कि शिक्षा ही एकमात्र शस्त्र हैं जिसके बल पर गरीबी की बेड़ियों को तोड़ते हुए समाज के लिए कुछ करने की चाह को पूरा कर सकते हैं। समाज में बदलाव ला सकते हैं।
लघु फिल्म त्वमेव सर्वम में डॉ0 जीवन एस. रजक का किरदार अभिनेता बिक्रम सिंह ने निभाया हैं।जो देखने में एकदम वास्तविक लगता हैं। वहीं मूलचंद के किरदार में संजय मिश्रा हैं। उन्होंने भी पिता का किरदार सटीक निभाया हैं। अन्य कलाकारों ने भी उम्दा अभिनय किया हैं। यूं तो डॉ0 जीवन एस. रजक पर बॉयोपिक फिल्म बन सकती हैं।लेकिन, 35 मिनट की लघु फिल्म में भी निर्देशक मनोज तिवारी ने बहुत कुछ बताने का प्रयास किया हैं जो काफी हद तक सफल हैं।
बिक्रम सिंह अपनी लघु फिल्मों के लिए विशेष कर चर्चे में रहते हैं।कारण इनकी लघु फिल्में देश विदेश की फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित की जाती हैं और कई सम्मान भी मिलते हैं। इससे पूर्व बिक्रम पसंद नापसंद, शॉर्टकट, वजह और एक अजनबी शाम में अभिनय कर चुके हैं। कई फिल्मों में भी बहुत जल्द दिखने वाले हैं। फिल्म का गीत संगीत भी मधुर कर्णप्रीय हैं। फिल्म जियो सिनेमा पर उपलब्ध हैं।वहीं,म्यूजिक वीडियो रेड रिबन म्यूजिक पर हैं।
0 Comments