सरायकेला : जमशेदपुर के सोनारी बेस कॉलोनी निवासी व्यवसायी रवि अग्रवाल की पत्नी ज्योति अग्रवाल की हत्या उसके पति ने ही सुपारी किलर से 16 लाख रुपए देकर कराई थी हत्या। आदित्यपुर स्थित ऑटो क्लस्टर में इस बावत एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर मामले का खुलासा करते हुए आरक्षी अधीक्षक मनीष टोप्पो ने बताया कि आरोपी पति रवि अग्रवाल और इस कांड में शामिल तीन शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कांड में गोली मारने वाला शख्स बाबूडीह लालभट्टा का रहने वाला है जिसका नाम सुरेश सहानी, और रोहित कुमार दुबे है। इन्हीं दोनों शूटरों ने गोली चलाई थी लेकिन एक आरोपी का गोली मिस फायर हो गया था। उन्होंने बताया कि इस कांड में सुपारी किलर को सेट करने में रवि अग्रवाल का पुराना चालक मुकेश मिश्रा था। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि इस कांड में दो और अपराधी भी शामिल थे जिसकी तलाश की जा रही है। उन्होंने मामले का उद्भेदन करते हुए बताया कि छह माह पूर्व भी 9 लाख रुपये देकर गला रेतकर हत्या करने की योजना बने गई थी जिसमें 4 लाख रुपए एडवांस भी दिए थे। इससे पूर्व रवि अग्रवाल अपनी पत्नी को गंगटोक लेकर गया था। वहां भी गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया गया था। बताया कि ज्योति के पति रवि अग्रवाल ने ही हत्या की साजिश रची थी। इसमे शूटरों को 16 लाख रुपए देने का सौदा हुआ था, जिसमें से 3 लाख रुपए दिए जा चुके थे। उसी योजना के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त देशी कट्टा और एक जिंदा कारतूस भी बरामद कर लिया है। पूछताछ के क्रम में आरोपी पति रवि अग्रवाल ने पुलिस के सामने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। हत्या की घटना स्विफ्ट कार और 3के बाइक से दी गई थी। पूरे मामले में मृतक ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एसपी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि विगत कई वर्षों से पति-पत्नी के बीच अनबन चल रहा था। उनके बीच अक्सर विवाद और मारपीट होती रहती थी। इसी कारण रवि ने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। बीते वर्ष दिसंबर माह में भी रवि ने विष्टुपुर स्थित एक रेस्टोरेंट में अपनी पत्नी की हत्या की योजना बनाई थी, लेकिन योजना सफल नहीं हो सकी। रवि करीब दो साल से हत्या की योजना बना रहा था। कई बार हत्या का असफल प्रयास किया, किन्तु इस बार वह सफल हो गया और कांदरबेड़ा के शेरे पंजाब होटल के बाहर खाना खाने के बाद ज्योति की हत्या कर दी गई। ज्योति के हत्यारे मोटरसाइकिल और कार से मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने पहले पति रवि अग्रवाल पर गोली चलाने का नाटक किया। इसके बाद पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद हत्यारे भागने में भी कामयाब रहे। ज्योति के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी ने पहले भी हत्या की आशंका जताई थी। उसने अपनी बहन को भी बताया था। लेकिन दोनों ने ज्योति की बात को हल्के में लिया था जिसका परिणाम यह रहा कि अन्ततः उसकी हत्या कर दी गई। एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि मृतिका ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने लिखित आवेदन दिया था जिसमें उन्होंने अपने दामाद यानी मृतका के पति रवि अग्रवाल के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत उनकी बेटी की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया था। इसके बाद चांडिल एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया था। टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अनुसंधान के क्रम में पाया कि मृतका के पति के साथ शादी के बाद से ही अनबन चल रहा था। आए दिन दोनों के बीच लड़ाई- झगड़ा होता था। जिससे वह अपने पत्नी को सहन नहीं कर पा रहे थे। जिसके बाद रवि अग्रवाल ने 16 लाख में मुकेश मिश्रा तथा उनके चार अन्य साथी को सुपारी देकर अपनी पत्नी को जान मारने की योजना बनाई। छापेमारी दल में चांडिल एसडीपीओ सुनील कुमार रजवार, चांडिल इंस्पेक्टर अजय कुमार, चांडिल थाना प्रभारी वरुण यादव, चौका थाना प्रभारी बजरंग महतो, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार, कपाली ओपी प्रभारी सोनू कुमार, ईचागढ़ थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे व अन्य पुलिस बल शामिल थे।
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