आदित्यपुर : मागे पर्व हो जनजाति का सबसे बड़ा एवं महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व फसलों के कटने तथा खेत खलियान का कार्य समाप्त करने के उपरांत मनाया जाता है। यह पर्व नारी शक्ति को समर्पित पर्व है। उक्त बातें आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पूरेंद्र नारायण सिंह ने संयुक्त आदिवासी हो समाज मागे पूजा समिति, कुलुपटांगा, आदित्यपुर-2 द्वारा आयोजित मागे पर्व के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि आठ दिनों तक मनाया जाने वाला यह पर्व सृष्टि की रचना का पर्व है। उन्होंने गांव में सद्भाव बनाए रखने और सभी के लिए सुख और शांति की कामना की। मागे पर्व के अवसर पर पुरेंद्र नारायण सिंह नगाड़ा और मंlदर बजाते हुए नाच गान में भी शामिल हुए। इससे पूर्व ग्राम दिवरी द्वारा मागे पूजा अर्चना एवं जात्रा की गई। शाम में आदिवासी हो समाज संस्कृति नाच गान का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में अधिवक्ता संजय कुमार, शांति कुमारी आदि उपस्थित थी।
कार्यक्रम के आयोजन में रमाय कालुण्डिया, सुंदरलाल बिरुली, साधुचरण सोय, सेलाय हेंब्रम, बेंlज गोप, बाबू हेंब्रम, जयराम हेंब्रम, आनंद सुंडी, अविनाश सोय सहित अन्य लोगों की भूमिका सराहनीय रही।
0 Comments