गम्हरिया : संस्थान की कुव्यवस्थाओं में सुधार लाने तथा मनमाने ढंग से कार्य करने वाले कर्मचारियों पर अंकुश लगाए जाने से परेशान कुछ लोगों द्वारा संस्थान को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। इसी कारण मेरे ऊपर भी उनलोगों द्वारा अनियमितता बरते जाने की भ्रामक खबर फैलाई जा रही है। जबकि मैं किसी प्रकार की जांच के लिए हमेशा तैयार हूं। उपरोक्त बाते एक प्रेस वार्ता आयोजित कर राजकीय महिला पॉलीटेक्निक, गम्हरिया के प्राचार्य डॉ0 संजीव कुमार ने कही। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष फरवरी-2022 में इस संस्थान में प्रभार लेने के बाद कई प्रकार की अनियमितताएं सामने आई। संस्थान में तीन मेस चलाया जा रहा था जो किसी प्रक्रिया के तहत नहीं था। इसमे एक मेस पॉलीटेक्निक में ही कार्य करने वाली लक्ष्मी पटेल नामक एक सफाईकर्मी द्वारा चलाया जा रहा था। उसके खिलाफ छात्राओं द्वारा शिकायत किए जाने के बाद कमेटी गठित कर उनकी अनुशंसा पर बन्द कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा संस्थान के एक पुराने जर्जर हॉस्टल में जबरन कब्जा कर चन्दन नामक युवक वर्षों से रह रहा था। काफी मशक्कत के बाद उससे हॉस्टल कब्जा मुक्त कराया गया। इसके अलावा सही ढंग से डयूटी नहीं कर चार वर्षों से लगातार तैनात एक होम गार्ड के जवान को संस्थान से हटा दिया गया। इन कुव्यवस्थाओं पर अंकुश लगाने के बाद राज्य के एक मंत्री से मेरे विरुद्ध गलत शिकायत की गई। उंक्त शिकायत के बाद मंत्री के आदेश पर जिले के एडीसी और एडीएम द्वारा उसकी जांच भी की गई। उस जांच में भी कुछ नहीं पाए जाने के बाद कुछ लोगों द्वारा विरोधी एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की मिलीभगत से संस्थान और मुझे बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। प्राचार्य ने बताया कि उनलोगों के द्वारा लगाया गया सभी आरोप गलत और निराधार है जिसकी जांच की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बालिकाओं के लिए यह संस्थान है जहां हर हाल में अनुशासन में रहकर ही किसी भी कर्मचारी को कार्य करना पड़ेगा।
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