गम्हरिया : कांड्रा, गम्हरिया समेत आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को अक्षय नवमी पर महिलाओं ने पारंपरिक विधि-विधान से आंवला वृक्ष की पूजा कर अपने पति व पुत्र के दीर्घायु होने तथा सुख समृद्धि की कामना की।कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनाई जाती है। मान्यता है कि आंवला नवमी स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। इस दिन दान, जप व तप सभी अक्षय होकर मिलते हैं। इस दिन भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। पूजा के बाद इस पेड़ की छाया में बैठकर भोजन ग्रहण किया जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से हर तरह के पाप और बीमारियां दूर होती हैं। इस दिन महिलाएं अपने पति एवं पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के साथ धन धान्य की प्राप्ति के लिए आंवला वृक्ष की पूजा करती हैं। कांड्रा एसकेजी कॉलोनी में भी मंगलवार को पूरे दिन आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा। यहां ललिता देवी, मनीषा देवी, सारिका गुप्ता, गीता देवी समेत कई महिलाओं द्वारा पूजा अर्चना की गई।
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