गम्हरिया : ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है जो मानव विकास और सामाजिक कल्याण के उन सारगर्भित तत्वों को समेटे हुए है, जिनमें पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा शामिल है, जिसने जी20 के तत्वाधान में एक आभासी सभा यूथ 20 का आयोजन किया, जिसका विषय था "एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य।" यूथ 20 मीटिंग की शुरुआत ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन के संस्थापक और सीईओ सैंडी खांडा के प्रेरक भाषण से हुई। इस बैठक के एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा, सतत गतिशीलता और सतत विकास लक्ष्य सहित कई विषय शामिल थे। ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन के सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं तथा वक्ताओं ने यूथ 20 के बैठक में विकास के प्रति अपने दृष्टिकोण को साझा किया। उल्लेखनीय वक्ताओं में झारखंड के राज्य प्रमुख, प्रखर प्रवक्ता आकाश महतो ने उच्च शिक्षा और गरीबी में रहने वाले लोगों के लिए शिक्षा की पहुंच तथा शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों में मशीन लर्निंग और एआई टूल्स के एकीकरण पर जोर देते हुए इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा रोजगार से परे है। नेशनल ऑपरेशन हेड प्रियांशी ने ग्रीन पेंसिल के सार पर प्रकाश डाला, जहां "हरा" पर्यावरण का प्रतीक है और "पेंसिल" शिक्षा का प्रतीक है। उन्होंने वास्तविक शिक्षा में निहित नैतिक जिम्मेदारी पर जोर दिया।
मुंबई की जीपीएफ प्रमुख रक्षिता ने वायु प्रदूषण को कम करने में प्रमुख तत्वों के रूप में नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर दिया। रक्षिता ने एक शानदार संदेश के साथ समापन किया। हिमाचल प्रदेश की जीपीएफ प्रमुख सुश्री कल्पना ने अपने भाषण को शिक्षा पर केंद्रित करते हुए कल्पना ने स्कूली पाठ्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन और मासिक धर्म स्वास्थ्य पर अध्याय शामिल करने का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षा मनुष्य की तीसरी आंख है। दिल्ली के उप प्रमुख मयंक ने बताया कि स्वच्छ हवा अस्थमा, हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों को कम कर सकती है।उन्होंने स्वच्छ वातावरण पर जोर दिया। कर्नाटक की जीपीएफ प्रमुख सुश्री आयशा ने 8+8+8 नियम, - 8 घंटे की नींद, 8 घंटे का काम और 8 घंटे का अवकाश - पर जोर देते हुए मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दिया और आत्म-प्रेम की अवधारणा पेश की। पंजाब की जीपीएफ प्रमुख खुशबू सिंगला ने पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हुए ईवी पर जोर देते हुए , कार्बन फुटप्रिंट और वायु प्रदूषण से निपटने के लिए समाधान पर जोर दिया। ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन की यूथ 20 मीटिंग ने वैश्विक चुनौतियों के निदान के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया । यूथ 20 के इस बैठक में युवाओं की भूमिकों को लक्षित किया गया और एक आदर्श समाज के निर्माण के लिए शिक्षा, पर्यावरण प्रबंधन और मानसिक कल्याण की महत्वपूर्ण भूमिकाओं को मजबूत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सैंडी खांडा, आकाश महतो , मयंक , कल्पना, अश्वनी श्रीवास्तव, रक्षिता, आयशा, प्रियांशी , मानसा और चमन कुमार मांझी का अहम योगदान रहा।
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