सरायकेला : डायन कुप्रथा उन्मूलन की मांग को लेकर पद्मश्री छुटनी महतो और पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू के नेतृत्व में गुरुवार को सरायकेला-खरसावां जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के बाद डीसी को ज्ञापन सौंपा गया. उक्त ज्ञापन माध्यम से डायन प्रताड़ना की पुष्टी होने पर गांव के लोगों पर सांकेतिक रूप से जुर्माना लगाने, माझी, परगना और मानकी मुंडा के साथ थाना में माह में एक बार बैठक कर उन्हें जिम्मेवार बनाने, गांवों में स्वास्थ्य संबंधी सेवा निःशुल्क देने की मांगें की गई है. इस मौके पर पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि ओझा, सोखा, झाड़फूंक और झोलाछाप डॉक्टरों के कारण डायन प्रथा जैसे मामले सामने आते हैं. इस पर रोक लगाई जानी चाहिए. कहा कि जमीन हड़पने, कमजोर लोगों को दबाने, विधवा विरोधी मानसिकता, रंगदारी लेने, सामाजिक बहिष्कार करने आदि जैसे कार्य सामाजिक नहीं बल्कि आपराधिक मामले हैं. इस दिशा में जिला प्रशासन को गंभीर होने की जरूरत है. सालखन मुर्मू ने कहा कि संयुक्त प्रयास से ही डायन कुप्रथा से मुक्ति मिल सकती है. इस दौरान काफी संख्या में आदिवासी सेंगेल अभियान के लोग उपस्थित थे.
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