पटमदा : झारखंड की जनता ने हेमंत सोरेन की अबुआ सरकार को जिस आशा और आकांशा के साथ सत्ता में लाया, वह सपना आज धूमिल होता दिख रहा हैं। बोड़ाम प्रखंड के चुरूडीह मोड़ से माधवपुर तक जाने वाली सड़क तालाब में तब्दील हो चुकी हैं। इस सड़क से लोगो को पैदल गांव जाने में भी समस्या हो रही हैं। लगातार बारिश में यह समस्या एक चुनौती बनती जा रही हैं। इस सड़क के किनारे बसे, चिरूडीह, रुपसान, गोरडीह, दुंदु, पेनादा आदि गांवों के ग्रामीणों को गांव के बाहर जाने के लिए मुख्य सड़क को छोड़कर वैकल्पिक सड़कों का चयन करना पड़ रहा हैं। पंचायत के उप मुखिया पूर्ण महतो बताते हैं कि इस सड़क का निर्माण कार्य कई दशक पूर्व तत्कालीन विधायक रामचंद्र सहिस के कार्यकाल में हुआ था। लेकिन उसके बाद इस सड़क की मरम्मती को लेकर किसी भी नेता ने गंभीरता नहीं दिखाई। उप मुखिया का कहना हैं कि इस मामले को लेकर माधवपुर और गोरडीह के मुखिया, उप मुखिया और अन्य जनप्रतिनिधि सैकड़ों ग्रामीणों का हस्ताक्षरित आवेदन भी जमशेदपुर सांसद और जुगसलाई विधायक को दे चुके हैं। लेकिन इस समस्या का समाधान अबतक हो सका है। कहा कि किन्ही के द्वारा स्लैग डलवाकर भी सड़क पर बने उन गड्ढों को भर दिया जाता तो कुछ हद तक ग्रामीणों को राहत होता। ग्रामीणों द्वारा इस मार्ग पर कुछ दिन पूर्व नौ वर्षीय बच्ची की मौत की बात भी कही जा रही हैं। बताया गया है कि इस सड़क की बदहाली के कारण गांव तक वाहन रात में नहीं पहुंचने के कारण यह घटना हुई। उपमुखिया ने बताया कि इस स्थिति में कोई भी गाड़ी रात के समय नहीं चलता है। उंक्त घटना की सूचना मिलने के बाद उपमुखिया के निजी वाहन के चालक को बुलाया गया। किन्तु, वाहन आने तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। यदि सड़क की स्थिति ठीक होती तो शायद वाहन समय पर पहुंच जाता और बच्ची की जान बच सकती थी।

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