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लगातार बारिश से जलस्तर में वृद्धि, संभावित बाढ़ खतरे को देखते हुए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा के दृष्टिगत दिए आवश्यक दिशा-निर्देश In view of the rising water level due to continuous rains and the danger of floods, the Deputy Commissioner held a meeting with the concerned officials and gave necessary guidelines for safety.

सरायकेला : अचानक बदलते मौसम के कारण जिले में हो रही लगातार बारिश से नदियों, डैमों एवं तालाबों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। इस कारण संभावित बाढ़ की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त नितीश कुमार सिंह द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के वरीय पदाधिकारियों, अनुमंडल पदाधिकारियों तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ आपात बैठक की गई। इस मौके पर उपायुक्त ने अधिकारियों को नदी क्षेत्र के आसपास के इलाकों पर विशेष सतर्कता बनाए रखने तथा पूर्व चिन्हित राहत शिविरों को सक्रिय रखने का निर्देश दिया। कच्चे मकानों में निवास करने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थलों पर स्थानांतरित करने, बाढ़ संभावित क्षेत्रों में आवश्यक खाद्य सामग्री, पेयजल एवं चिकित्सा सहायता की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी उन्होंने निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने दोनों अनुमंडल पदाधिकारियों, सभी अंचलाधिकारियों और प्रखंड विकास पदाधिकारियों को चौबीसों घंटे सतर्क रहने और तत्काल निर्णय लेने की स्थिति में रहने को कहा गया। डीसी ने कहा कि मौसम विभाग ने आगामी दिनों में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई है। इसके लिए सभी संबंधित विभाग एहतियाती एवं त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान उपायुक्त द्वारा बिंदुवार चर्चा कर निम्नलिखित निर्देश दिए गए:-
▪️बाढ़ संभावित सभी निचले एवं संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान सुनिश्चित की जाए।
▪️शहरी क्षेत्रों में जल निकासी हेतु पंपों की उपलब्धता और कार्यशीलता सुनिश्चित की जाए।
▪️प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत-बचाव के  लिए सभी आवश्यक उपकरण, नाव, गोताखोर आड़ू की तैयारी रखे। 
▪️नगर निकायों के माध्यम से नालों की सफाई एवं अवरोध हटाने की कार्रवाई शीघ्र पूरी की जाए।
 प्रत्येक प्रखंड स्तर पर 24x7 नियंत्रण कक्ष सक्रिय रखा जाए।
▪️वर्षा एवं जलस्तर की नियमित मॉनिटरिंग की जाए, साथ ही फील्ड टीमों की तैनाती संवेदनशील क्षेत्रों में सुनिश्चित की जाए।
▪️संभावित प्रभावित क्षेत्रों में माइक, सोशल मीडिया, मीडिया एवं जनप्रतिनिधियों (मुखिया, वार्ड सदस्य एवं स्वयंसेवकों आदि) के माध्यम से चेतावनी संदेश प्रसारित किया जाए।
▪️ संभावित प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी राहत शिविरों की पहचान कर पेयजल, भोजन, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
▪️ निकासी हेतु स्थानीय पुलिस एवं सिविल डिफेंस की मदद से पूर्व नियोजित कार्य योजना तैयार की जाए।
▪️ स्वास्थ्य विभाग: आवश्यक चिकित्सा दल एवं आपातकालीन दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
▪️ बिजली विभाग: जलमग्न क्षेत्रों में विद्युत सुरक्षा एवं मरम्मत कार्य हेतु तैयारी सुनिश्चित करें।
 स्वच्छ पेयजल आपूर्ति एवं जल स्रोतों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
▪️पथ निर्माण विभाग: पुल-पुलिया एवं सड़कों की स्थिति की निगरानी करें एवं क्षतिग्रस्त संरचनाओं की सूचना तत्काल दें।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने यह भी कहा कि किसी भी घटना जैसे जलजमाव, तटबंध क्षति, निकासी प्रक्रिया या राहत वितरण की स्थिति में तत्काल जिला नियंत्रण कक्ष को रिपोर्ट करें। उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों को सतर्क मोड में रहने तथा आमजन की सुरक्षा हेतु समुचित एवं समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
 बैठक में उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल, अपर उपायुक्त जयवर्धन कुमार, अपर नगर आयुक्त (नगर निगम आदित्यपुर) रवि प्रकाश, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला व चांडिल, सिविल सर्जन, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी,  सभी अंचलाधिकारी, सभी कार्यपालक दंडाधिकारी, नगर निकाय क्षेत्र के कार्यपालक पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।


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