●हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड पहले 57 खतियानी को स्थाई नौकरी दे, तभी मिलेगा एनओसी- मनोरंजन महतो
जादूगोड़ा : राखा कॉपर माइंस लीज नवीकरण को लेकर गुरुवार को मुसाबनी प्रखण्ड क्षेत्र के रूआम गांव स्थित कुलगोडा में ग्रामसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के प्रोजेक्ट हेड दीपक श्रीवास्तव द्वारा अगले तीन-चार सालों में इस क्षेत्र से 250 लोगों को जिन्दल नामक आउट सोर्सिंग कंपनी में अस्थाई नौकरी अगले 30 सालों तक देने की घोषणा की। किन्तु उंक्त घोषणा से ग्रामीण आक्रोशित हो उठे जिससे मामला बिगड़ गया। ग्रामीणों को ओर से ग्राम प्रधान मनोरंजन महतो, विकास हेंब्रम व जगत मार्डी ने कहा कि वर्ष 1971-72 में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ने 57 रैयतों की जमीन अधिग्रहण किया था। उस वक्त कंपनी में सभी को स्थाई नौकरी दी गई थी। अब दुबारा एचसीएल कंपनी अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए ग्राम सभा कर रही है तो कंपनी पूर्व की तरह स्थाई नौकरी दे, तभी ग्रामीण अनापति प्रमाण पत्र पर अपनी सहमति व्यक्त करेंगे। इस दौरान ग्रामीणों ने कंपनी के अनापति प्रमाण पत्र के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इस मौके पर रूआम गांव के शाखोडीह निवासी जगत मार्डी ने कहा कि पूर्व में कंपनी ने जमीन अधिग्रहण किया और पांच साल बाद ही वर्ष 2001 में कंपनी बंद हो गई। उनकी जमीन हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ने झारखंड सरकार को 55 लाख में बेच कर अपनी बिजली बिल माफ करा ली, जबकि यह जमीन रैयती थी। अब उनके पास न तो नौकरी बची है और ना ही जमीन। ऐसे में कम्पनी स्थाई नौकरी देगी तभी जाकर अनापति प्रमाण पत्र दिया जाएगा या आउट सोर्सिंग कंपनी जिन्दल खुद ग्रामीणों से बात कर एनओसी ले। ग्राम सभा में ग्रामप्रधान मनोरंजन महतो, तपन कर्मकार, शरदचंद बेरा, वन समिति के अध्यक्ष, सचिव समेत हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की ओर से सीनियर मैनेजर अर्जुन लोहरा, डीजीएम दीपक श्रीवास्तव, कमलेश कुमार एचआर हेड विकास हेंब्रम के अलावा कई गांव के ग्रामीण उपस्थित थे।

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