◆पोटका के एक गांव के दीवारों पर उनकी पेटिंग आज भी लोगों को कर रहा है आकर्षित
जादूगोड़ा : भले ही झामुमो के संस्थापक दिशोम गुरु स्वास्थ्य व उम्र को लेकर राजनीति से थोड़ी दूर चले गए हैं, लेकिन आज भी आदिवासियों के दिलों में बसते है दिशोम गुरु शिबू सोरेन। इसका जीवंत उदाहरण देखने को मिला पोटका प्रखण्ड के एक गांव माटकू में। यहां के एक आदिवासी परिवार के घरों के दीवारों पर दिशोम गुरु शिबू सोरेन की पेटिंग देखने को मिल जाएगी। यह पेंटिंग लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है। उन्हें आज आदर्श के तौर पर आदिवासी बहुल गांव के लोग याद करते है। इस गांव से गुजरने वाले लोग शिबू सोरेन की तस्वीर को नमन कर आगे बढ़ जाते है और भगवान के रूप में उन्हें पूजते है। लेकिन इस पंचायत का अन्य टोला समस्याओं के अंबार में जकड़ा हुआ है जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है।

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