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नीमडीह के झिमड़ी में अपहरण व हिंसा मामले में नया मोड़ आया सामने, पश्चिम बंगाल में धर्म परिवर्तन कर कोर्ट मैरिज करने का दावा A new twist has come to the fore in the kidnapping and violence case in Jhimdi of Nimdih, claim of court marriage after conversion in West Bengal




सरायकेला : जिले के चांडिल अनुमंडल अंतर्गत नीमडीह थाना क्षेत्र के झिमड़ी गांव में बीते दिनों हिन्दू युवती के मुस्लिम युवक द्वारा अपहरण किए जाने और उस मामले को लेकर हुई हिंसा के मामले में नया मोड़ सामने आया है। पुलिसिया जांच में यह सामने आया है कि युवती स्वेच्छा से इस्लाम धर्म अपनाकर अपना नाम फिजा खातून रख लिया है। युवती द्वारा इस संबंध में दो शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया है जिसमें एक सार्वजनिक नोटरी और दूसरा कार्यपालक दंडाधिकारी के समक्ष एफिडेविट है। उस शपथ पत्र के अनुसार, युवती रीता ने बिना किसी दबाव के कलमा पढ़कर धर्म परिवर्तन किया और बीते 19 मार्च 2025 को पश्चिम बंगाल के इलामबाजार मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कार्यालय में मोहम्मद तस्लीम आलम नामक व्यक्ति से निकाह किया। विवाह प्रमाणपत्र के अनुसार युवती की उम्र 19 वर्ष और युवक की उम्र 32 वर्ष दर्ज है तथा मेहर की राशि 25,786 रुपये तय की गई थी। बताया गया है कि मुस्लिम युवक तस्लीम आलम शादीशुदा है और चार बच्चों का पिता भी है। बताया गया है कि पश्चिम बंगाल ले जाकर उसने युवती का धर्म परिवर्तन कराया गया और उसने युवती से उसने शादी रचा ली। इस मामले को लेकर ग्रामीणों में उबाल है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है। इस मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार, नीमडीह प्रखंड के झीमड़ी की रहनी वाली बेनूपदा महतो की 19 वर्षीय बेटी रीता महतो का धर्म परिवर्तन करा कर उसका नाम फीजा खातून रख दिया गया है। बीते 18 मार्च 2025 को पश्चिम बंगाल के आसनसोल कोर्ट में एक एफीडेवीड बनाया गया जिसमें कहा गया है कि रीता महतो ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया है और वह इस्लाम धर्म के अनुसार रह रही है। इसके साथ ही,  पश्चिम बंगाल स्थित मुस्लिम मैरिज रजिस्ट्रार एंड काजी के दफ्तर में मैरिज रजिस्ट्रेशन सार्टिफिकेट भी  हासिल करने में वे सफल हो गए। इसके तहत झीमड़ी निवासी मो0 तस्लीम आलम के साथ झीमड़ी निवासी फीजा खातून उर्फ रीता महतो ने निकाह कर लिया। यह निकाह पश्चिम बंगाल के बिरभूम जिला के इल्लम बाजार स्थित इल्लम बाजार मुस्लिम मैरिज एंड डाइवोर्स  रजिस्ट्रार आफिस में 19 मार्च को हुआ। इस प्रकार 18 मार्च को कोर्ट में धर्म परिवर्तन का एफीडेवीड बनाने के दूसरे ही दिन मैरिज का रजिस्ट्रेशन करा लिया गया। इस निकाह के दौरान लड़की पक्ष से एक भी हिन्दू परिवार का गवाह नहीं है। इसमें पहला गवाह के रुप में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया निवासी अरमान वाजिद व दूसरा गवाह अब्दूल जलील को बनाया गया है।
दूसरी ओर, यह मामला अब राजनीतिक रंग भी ले चुका है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा कि युवक तस्लीम चार बच्चों का पिता है, जबकि युवती इंटरमीडिएट की छात्रा है. उन्होंने पुलिस से त्वरित और कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं,  जमशेदपुर के भाजपा सांसद विद्युत वरण महतो ने भी घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग किया है। विदित है कि नीमडीह थाना क्षेत्र के झीमड़ी में एक हिन्दू युवती को उसी गांव का मुस्लिम युवक मो0 तस्लीम आलम गुरुवार की रात धमका कर अपने साथ लेकर फरार हो गया था। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने युवक के मकान को आग के हवाले कर दिया और तोड़फोड़ की थी। साथ ही, पुलिस पर भी पथराव किया गया था। मामले में पुलिस ने आजादनगर के युवक व युवती दोनों को पकड़ लिया और युवक को जेल भेज दिया था।

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