गम्हरिया : मुआवजा और नौकरी देने की मांग को लेकर कांड्रा के पदमपुर स्थित आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्स कंपनी गेट के समक्ष गुरुवार को कई गांव के ग्रामीणों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि आधुनिक पावर प्लांट कंपनी लगे करीब 15 वर्ष बीत गए, लेकिन प्रबंधन की ओर से आज तक उन्हें मुआवजा और नौकरी देने पर कोई ठोस पहल नहीं की गई है। इस दौरान झारखंड आंदोलनकारी सह जमीनदाता प्रधान माझी ने बताया कि कंपनी स्थापना से पूर्व जमीन दाताओं से एक स्थाई नौकरी देने की बात कही गई थी। इसके अलावा सभी गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य व साफ-सफाई की व्यवस्था करने पर भी सहमति बनी थी। किन्तु, अब कंपनी प्रबंधन इन सभी वादों से मुकर गई है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन द्वारा हमारी मांगों को नहीं मानी जाती है तो अनिश्चितकालीन गेट जामकर ग्रामीण आत्मदाह भी करेंगे। हालांकि, ग्रामीणों की मांग को लेकर कंपनी के एचआर हेड अनिल कुमार सोनी ने बताया कि कंपनी में पहले ही 137 ग्रामीणों को स्थाई एवं 400 ग्रामीणों को अस्थाई नौकरी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि किसी तथाकथित समिति का सांकेतिक धरना पर बैठना समझ से परे है। कंपनी में पहले से ही स्थापित एवं मान्यता प्राप्त "पावर प्रोजेक्ट विस्थापित प्रभावित स्वावलंबी श्रमिक सहयोग समिति" सक्रिय है एवं इस तरह के मामले समिति के माध्यम से ही अनुशंसित होते हैं।
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