आदित्यपुर : विगत तीन वर्ष पूर्व बंद हुए गम्हरिया औद्योगिक क्षेत्र स्थित बिहार राफिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के 60 स्थाई मजदूरों को कोल्हान मजदूर यूनियन के प्रयास से गुरुवार को फाइनल सेटलमेंट मिला। सभी मज़दूरों को फाइनल सेटलमेंट का चेक पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पूर्व विधायक अरविंद ने सौंपा। उन्होंने सभी मजदूरों को पैसे संभालकर ख़र्च करने की सलाह दी। फाइनल सेटलमेंट की राशि पाने से उन कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है। विदित है कि औद्योगिक क्षेत्र के फेज तीन स्थित बिहार राफिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड और जमशेदपुर वेल्पक्ट इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सभी 60 स्थाई मजदूर फाइनल सेटलमेंट को लेकर तीन वर्षों से आंदोलनरत थे। उन मजदूरों को हक़ दिलाने के लिए कोल्हान मजदूर यूनियन द्वारा दो वर्षों तक लंबी लड़ाई लड़ी गई। अंततः मजदूरों की जीत हुई और सभी 60 मजदूरों को आज फाइनल सेटलमेंट की राशि मिली। इस मौके पर यूनियन के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र की कई कंपनी प्रबंधन मजदूरों का शोषण कर रही है। उन्होंने बताया कि बिहार राफिया कंपनी विगत नवंबर' 2022 में अचानक बंद हो गई थी। उस समय प्रबंधन ने मात्र दो महीने का वेतन ले ऑफ के तहत दिया था। उसके बाद प्रबंधन द्वारा हाथ खड़ा कर दिया गया था। उसके बाद मजदूर खाने को मोहताज हो गए थे। इस दौरान मजदूर कोल्हान मजदूर यूनियन की शरण में आए। यूनियन ने उनके दुःख को समझा कर लड़ाई लड़ी। परिणामस्वरूप प्रबंधन ने करीब 60 मजदूरों को फाइनल सेटलमेंट की राशि दी। इस मौके पर यूनियन के नेता बसंत कुमार, मजदूर
जानकी बेसरा, दुलारी उरांव, आरसु बेसरा समेत कई मजदूर मौजूद थे।
0 Comments