सरायकेला : जिले में अफीम की अवैध खेती और विक्रय पर रोकथाम के लिए आरक्षी अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत के निर्देश पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में अभियान चलाकर अफीम की खेती नष्ट करने और वैकल्पिक खेती को प्रोत्साहित करने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में खरसावां थाना अंतर्गत रीडिंग पंचायत के लखनडीह और नारायणबेरा गांव में पुलिस की ओर से ग्रामीणों को अफीम के दुष्प्रभाव और कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। इस दौरान थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को वैकल्पिक खेती के लिए प्रेरित किया और शराब व डायन बिसाही के दुष्प्रभावों पर भी चर्चा की। एसपी के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के तहत अब तक 89.03 एकड़ भूमि पर फैली अवैध अफीम की खेती नष्ट की गई है। एक ओर जहां दलभंगा ओपी और कुचाई थाना क्षेत्र अंतर्गत बांडी गांव और जेनालोंग-बड़ेडीह के जंगलों में कुल 10.05 एकड़ अफीम की खेती नष्ट की गई, वहीं ईचागढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तुता और बोडा में 8 एकड़ खेती नष्ट की गई है।
इधर, चौका थाना क्षेत्र के रेयाड़दा और बरसीडा गांवों में भी जागरूकता अभियान चला कर स्थानीय ग्रामीणों को अफीम की खेती के स्थान पर वैकल्पिक फसलों के लाभ बताए गए। इस दौरान पुलिस द्वारा सरसों का बीज वितरित कर किसानों को वैकल्पिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर पुलिस द्वारा ग्रामीणों से अवैध खेती में लिप्त नहीं होने और ऐसी गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की अपील भी की गई। बताया गया कि अफीम जैसी अवैध खेती न केवल समाज के लिए हानिकारक है, बल्कि इसके कानूनी परिणाम भी गंभीर हो सकते हैं।
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