ग़म्हरिया : गम्हरिया प्रखंड के जगन्नाथपुर, मार्ग संख्या-13 में सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर आचार्य वेदानंद शास्त्री ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को मंगल आचरण से युक्त होना चाहिए। यह भगवान नारायण के आशीर्वाद से संभव है। उन्होंने कहा कि परम सत्य भगवान नारायण की वंदना, परम धर्म की व्याख्या एवं भागवत कथामृत पीने की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भागवत के आरंभ में मुख्य छः प्रश्न है। इन्हीं छः प्रश्नों का उत्तर ही संपूर्ण भागवत हैं। कहा कि जीव के कल्याण का रास्ता क्या है? सौनकादि ने 88 हजार ऋषियों को संबोधित करते हुए सुत ने छह प्रश्न का उतर दिया कि भगवान के चरण में अनन्य प्रेम से ही जीव का कल्याण संभव है। इसमें उत्तरा के गर्भ की श्री कृष्ण द्वारा रक्षा, कुन्ति द्वारा भगवान की स्तुति तथा पितामह भीष्म के ऊपर भगवान की कृपा और परीक्षित को शाप लगने का कारण आदि से श्रद्धालुओं को अवगत कराया गया। इसके आयोजन में संजय सिंह, रूपा प्रियदर्शिनी, पंडित बद्री नारायण झा, आदित्य कुमार सिंह, लालटून मिश्र, अशोक सिंह, आशा देवी, किरण देवी, मनीष कुमार सिंह, प्रणव हरि आदि का योगदान रहा।
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