कांड्रा : आनन्दमार्ग प्रचारक संघ के पूर्व महासचिव आचार्य चित्तस्वरूपानन्द अवधूत का बीते शनिवार की रात्रि करीब एक बजे ह्रदय गति रुक जाने से निधन हो गया। उनके निधन की खबर पाकर आनंदमार्ग के अनुयायियों में शोक की लहर व्याप्त है। वे विगत कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और चेन्नई में इलाजरत थे। उन्होंने आनंदमार्ग के दर्शन से प्रभावित होकर वर्ष 1965 में आचार्य रुद्रानंद अवधूत से आनंदमार्ग की दीक्षा ली थी और अपने जीवन को एक साधक के रूप में आध्यात्मिक सेवा और समाज के लिए समर्पित किया था। उनके निधन पर जिले में संघ की ओर से एक शोकसभा कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इस दौरान बताया गया कि वे पहले कोयंबटूर में डीएस के रूप में सेवा दी थी और 1967 में आनंदमार्ग के महासचिव के रूप में हांगकांग और मैक्सिको क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। साथ ही, सेवा दल में केंद्रीय कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया। कहा कि आनंदमार्ग के प्रति उनकी अडिग प्रतिबद्धता थो। इसलिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उनका निधन आनंदमार्ग प्रचारक संघ संस्था के लिए बहुत बड़ी क्षति है। शोकसभा में काफी संख्या में अनुयायी उपस्थित हुए।
0 Comments