राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने विज्ञान नवाचार शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया गया था। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी के डिज़ाइन विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ0 देव कुमार चक्रवर्ती मौजूद थे जबकि बतौर विशिष्ट अतिथि बीएड कॉलेज के चेयरमैन डॉ0 एसके सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो0 सतीश कुमार ने अपने उद्घाटन भाषण में नवाचार और रचनात्मक सोच के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों की आवश्यकता और उपयोगिता को रेखांकित किया। इस शिविर में आसपास के कॉलेजों और स्कूलों से लगभग 160 छात्रों ने भाग लिया। प्रो0 देव कुमार चक्रवर्ती ने अपने संबोधन में इंजीनियरिंग और विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे बदलावों और नई तकनीकों को सीखने के तरीके साझा किए। उन्होंने छात्रों को मेहनत और समर्पण के साथ पढ़ाई करने की सलाह दी। वहीं, डॉ0 एसके सिंह ने शोध और नवाचार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए स्टार्टअप और उद्यमशीलता के विचारों को प्रोत्साहित किया। प्रो0 एम हसन ने भारतीय ज्ञान प्रणाली की शिक्षा में भूमिका और इसके प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की। समापन सत्र में विभागाध्यक्ष प्रो0 संजय ने एनआईटी जमशेदपुर की सेमीकंडक्टर लैब, सेंट्रल वर्कशॉप और नवीनतम शोध उपकरणों की जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को नवाचार और शोध में रुचि बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। समापन भाषण में प्रो0 सतीश ने शिविर की विभिन्न गतिविधियों को प्रेरणादायक बताया, जिन्होंने छात्रों के वैज्ञानिक ज्ञान, कौशल और सहयोग की भावना को मजबूत किया और उन्हें विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
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