पटमदा : ये कोई तालाब या झरना नही, ये हालत हैं पटमदा प्रखण्ड स्थित मध्य विद्यालय दिघी के मुख्य प्रवेश द्वार और विद्यालय परिसर का जो बारिश का पानी जमा होने से तालाब जैसी बन गई है। वहां करीब दो फीट पानी जमा हो गया है। इससे विद्यालय वाले रास्ते पर आवाजाही करने में ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दो दिन बाद स्कूल खुलने से बच्चों को स्कूल पहुंचने में काफी दिक्कत होगी। दूषित पानी से आसपास के ग्रामीणों में डायरिया, डेंगू और टाइफाइड जैसे रोग फैलने की संभावना है। दिघी गांव के युवक प्रदीप कुमार महतो बताते हैं कि स्कूल पहुंचने वाले रास्ते पर नाली की व्यवस्था करना ज़रूरी है। पंचायत प्रतिनिधि और पंचायत सेवक को भी इस समस्या से अवगत करवाया गया है। लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया। प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी के उदासीनता के कारण अभी तक ये समस्या झेलने को ग्रामीण मजबूर है। नाला का निर्माण नहीं हो सका है जिसका खामियाजा ग्रामीणों को और विद्यालय के बच्चों को भुगतना पड़ रहा हैं। ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से जल्द से जल्द नाली निर्माण कराने की मांग किया है ताकि विद्यालय के बच्चों और ग्रामीणों को हो रहे परेशानी से निजात मिल सके। इस समस्या पर प्रतिक्रिया देते हुए आजसू पार्टी के जिला सचिव रामकृष्ण महतो ने बताया कि सरकार सिर्फ अपनी उपलब्धियां अखबारों में विज्ञापन छपवाकर बता रही हैं। विकास तो क्षेत्र से कोसो दूर है। गांव की सरकार कही जाने वाली पार्टी तो गांव का विकास करना ही भूल चुकी हैं।
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