सरायकेला : विगत 72 घंटे से अधिक समय से लगातार हो रही बारिश के कारण खरकई और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। खरकई नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, वहीं स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। इसे देखते हुए सरायकेला-खरसावां और पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए तटीय इलाकों के लोगों को सतर्क रहने को कहा है। किसी भी व्यक्ति के नदी किनारे जाने पर रोक लगा दी गई है। बताया गया है कि सोमवार की सुबह दस बजे खरकई नदी का जलस्तर 129.070 मीटर दर्ज किया गया था, जो शाम करीब 4 बजे बढ़कर 131.160 मीटर जा पहुंचा है जबकि डेंजर लेवल 129.00 मीटर से ऊपर है. वहीं स्वर्णरेखा नदी भी खतरे के निशान के नजदीक है। प्रातः 10 बजे स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर 118.84 मीटर दर्ज किया गया था, जो शाम चार बजे बढ़कर 121.022 पर पहुंच गया है जबकि डेंजर लेवल 121.50 मीटर के करीब है।
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल और सरायकेला उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने दोनों नदियों के तटीय क्षेत्र व डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील किया है। उन्होंने नागरिकों से नदी किनारे नहीं जाने की अपील किया है जिससे किसी तरह की जानमाल का नुकसान हो। साथ ही, जिला प्रशासन द्वारा दिए जा रहे दिशा- निर्देशों का अनिवार्य रूप से अनुपालन करने को कहा है। गौरतलब है कि दोनों नदियों के जलस्तर में वृद्धि से शहर और आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। तटीय इलाकों में नदी का पानी घरों में घुसना शुरू हो गया है। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ टीम को भी अलर्ट मोड ने रहने को कहा है।
0 Comments