पटमदा : एनएमओपीएस, झारोटेफ के प्रांतीय अध्यक्ष विक्रांत सिंह के आह्वान पर राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के द्वारा शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किए जाने के विरोध में पूर्वी सिंहभूम के सभी कोटि के विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित अन्य विभाग के कर्मचारियों ने नंगे पाँव अपने-अपने कार्यस्थल पर आकर विरोध प्रकट किया। महासंघ की ओर से परियोजना निदेशक के द्वारा गलती नहीं माने जाने तक यह आंदोलन क्रमबद्ध रूप से जारी रहने की घोषणा की गई है। झारोटेफ महासंघ के जिला अध्यक्ष पंचानन महतो एवं जिला सचिव उत्पल चक्रवर्ती ने संयुक्त रूप से कहा है कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते है और उनको सार्वजनिक रूप से असम्मानित करना या अभद्र बयान देना निंदनीय है। हमारी भारतीय संस्कृति में यह कहा जाता है कि गुरु का स्थान गोविंद अर्थात भगवान से भी पहले है। हम जिस सभ्य समाज की कल्पना करते हैं वैसे समाज में एक उच्च पदस्थ पदाधिकारी का यह बयान अशोभनीय लगता हैं। उन्होंने शिक्षकों से अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए ऐसे अभद्र एवं अशोभनीय घटनाओं की निंदा करने और विरोध में सामने आने की अपील किया है ताकि शिक्षकों की मान सम्मान की रक्षा हो सके।
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