●सरकार के पक्ष में 45 और विपक्ष में शून्य मत पड़े
रांची(Ranchi) : सोमवार को झारखंड विधानसभा में शोर शराबे के बीच हेमंत सोरेन ने विश्वास मत में बहुमत हासिल किया। इस दौरान हेमंत सोरेन के पक्ष में 45 विधायकों ने वोट किया है, जबकि विपक्ष में एक भी मत नहीं मिला। इससे पूर्व विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान हेमंत सोरेन ने सदन में विश्वास प्रस्ताव रखा, जिस पर चर्चा हुई। चर्चा के बाद वोटिंग में हेमंत सोरेन सरकार ने आसानी से जीत हासिल कर ली। हालांकि वोटिंग के दौरान विपक्ष की ओर से लगातार हंगामा किया जाता रहा। हंगामे के बीच ही वोटों की गिनती की गई। इसी दौरान एनडीए के विधायकों ने सदन से वाक आउट किया। एनडीए के विधायक वोटिंग में शामिल नहीं हुए। इस कारण प्रस्ताव के विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा, जबकि निर्दलीय विधायक सरयू राय न्यूट्रल रहे। वहीं, झामुमो से निष्कासित लोबिन हेम्ब्रम और चमरा लिंडा ने सरकार के पक्ष में वोट किया। वोटिंग के बाद सभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले मंत्री परिषद का गठन करना चाहिए था, फ्लोर टेस्ट बाद में करना चाहिए था। उन्होंने सरकार को बेरोजगारी, बेरोजगारी भत्ता, सहायक पुलिसकर्मी, घुसपैठ आदि जैसे तमाम मुद्दों पर घेरा।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि राजनीति एक प्रयोगशाला की तरह है जिसमें कई तरह की परिस्थिति आती है। पूर्ण जनादेश के बाद भी सरकार किसी न किसी कारण से अस्थिर रही। लोकतंत्र में पार्टी और गठबंधन का निर्णय मानना पड़ता है। राज्य की नई शुरुआत होनेवाली है। जनता की भावना का आदर करना चाहिए। सभी को एक दूसरे का सहयोग करके आगे बढ़ना चाहिए। इस दौरान कांग्रेस की ओर से उमाशंकर अकेला ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं है। थोथी दलील देने वाला है विपक्ष। विपक्ष रोजगार की बात करता है, तो अपने कार्यकाल में उन्होंने नौकरी क्यों नहीं दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सभी को धोखा दिया है।
इधर हेमन्त सरकार के मंत्रिमंडल का आज ही गठन किया जाएगा जिसमे 11 मंत्रियों के शपथ लेने की सम्भावना है। शपथ ग्रहण दोपहर तीन बजे होगा जिसकी तैयारी कर ली गई है।
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