★महिला विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह आयोजित
जमशेदपुर : बेटियां अपनी क्षमता को पहचानें। दीक्षांत के साथ जीवन का एक नया अध्याय शुरू होने वाला है। अतः यहां से निकल कर बेटियां समाज के विकास में योगदान करें। जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित महिला विश्वविद्यालय में आयोजित प्रथम दीक्षांत समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उपरोक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि आज बेटियां समाज का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर कर रही हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि लड़कों की क्षमता को नजरअंदाज किया जा रहा है। लेकिन, आज के दौर में लड़कियां आगे जाकर बेहतर कर रही हैं। अपने संबोधन के क्रम में राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' नारे की भी चर्चा करते हुए कहा कि बेटियां अपनी क्षमता को पहचाने और दूसरों से कुछ सीखने की कोशिश करें। अच्छे स्वास्थ्य के साथ आगे बढ़े, यही सफलता की निशानी है। राज्यपाल ने कहा कि यह विश्वविद्यालय पूरे कोल्हान में महिला शिक्षा का प्रमुख केंद्र है। इसके लिए पूरा विश्वविद्यालय परिवार बधाई का पात्र है। आज इस विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि आज विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह हो रहा है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के विज्ञान, सामान्य विज्ञान, कला और वाणिज्य संकाय के 702 छात्राओं को डिग्री तथा 28 छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ0 अंजिला गुप्ता, कुलसचिव प्रो0 राजेंद्र जायसवाल समेत सभी सिंडिकेट सदस्य, विभिन्न संकायों के प्रमुख के अलावा उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसपी कौशल किशोर समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।
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