गम्हरिया : विगत दस माह से बकाया मानदेय के भुगतान समेत अन्य मांगों को लेकर राजकीय महिला पॉलीटेक्निक, गम्हरिया के आवश्यकता आधारित व्याख्याता शनिवार को हड़ताल पर रहे। इस दौरान व्याख्याताओं द्वारा संस्थान के मुख्य भवन के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान हड़ताली व्याख्याताओं ने बताया कि विगत दस माह से मानदेय भुगतान नहीं होने से उनके समक्ष गम्भीर आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है। इस दौरान उन्होंने बताया कि आवश्यकता आधारित व्याख्याताओं के मानदेय भुगतान के लिए विभाग द्वारा किसी प्रकार के फॉर्मेट की मांग नही की गई है। इसके बाद रांची पॉलीटेक्निक के एक पत्र के जवाब में विभाग द्वारा स्पष्ट भी किया गया है कि पुराने किसी भी बिल फॉर्मेट को भी नहीं मांगा गया है। इसके बावजूद इस संस्थान के प्राचार्य द्वारा अंशकालिन व्याख्याता सम्बन्धी विपत्र पर मानदेय भुगतान हेतु बिल भरने के लिए दबाब दिया जा रहा है। उंक्त विपत्र भरने से मना कर दिए जाने से प्राचार्य द्वारा स्थानीय स्तर पर कमेटी गठित कर उनके द्वारा तत्कालीन तौर पर विपत्र फॉर्मेट बनाकर विभाग द्वारा स्पष्ट निर्देश नहीं आने तक इसी फॉर्मेट पर बिल जमा करने का निर्देश दिया गया है। नए फॉर्मेट पर बिल जमा करने पर प्राचार्य द्वारा विगत 09 फरवरी को बिल भुगतान करने से मना कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य किए जाने के बावजूद प्राचार्य द्वारा उनके मानदेय भुगतान विगत दस माह से नहीं किया जा रहा है। इससे व्याख्याताओ में रोष व्याप्त है। इस दौरान एक ज्ञापन भी दिया गया है जिसके माध्यम से विगत दस माह के बकाए मानदेय का भुगतान जल्द करने, तात्कालिक तौर पर कम से कम दिसम्बर और जनवरी माह के मानदेय का यथाशीघ्र भुगतान करने, प्रत्येक आवश्यकता आधारित व्याख्याता को 18 लेक्चरर प्रति सप्ताह संस्थान के समय सारिणी पर आबंटित करने, कंडिका 2(8) का अक्षरत: पालन करने जिसमे कहा गया है कि एनबीएल की प्रतिष्ठा, सम्मान बनाए रखने की मांग किया है। इस मौके पर सभी व्याख्याता उपस्थित थे।
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