जादूगोड़ा : यूसील के सीएमडी डॉ0 सीके असनानी गुरुवार, 29 फरवरी को सेवानिवृत्ति हो जाएंगे। उनके सम्मान में जादूगोड़ा गेस्ट हाउस में जोर शोर से तैयारी की जा रही है। इस खास मौके को यादगार बनाने के लिए मुंबई के प्रभारी सीएमडी डॉ0 संतोष कुमार सत्पथी भी समारोह में मौजूद रहेंगे। विदित है कि यूसील के वर्तमान सीएमडी अस्नानी की पहचान केवल यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के सीएमडी के तौर पर ही नही थी, बल्कि परमाणु ऊर्जा विभाग का भी जाना पहचाना नाम हैं। वे कंपनी के पूर्व सीएमडी डी0 आचार्य के सेवानिवृत्ति के बाद विगत वर्ष सितंबर' 2016 से यूसील से जुड़ गए। यह उनकी प्रतिभा ही है कि यूसील में निदेशक (वित्त) की अनुपस्थिति में भी वे संस्थान को बेहतरीन ढंग से संचालित करने में सक्षम हैं। डॉ0 अस्नानी वर्ष 1986-1987 में बार्क ट्रेनिंग स्कूल के 30वें बैच के छात्र थे। उन्होंने बी.टेक (1982-1986) की डिग्री कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, उस्मानिया विश्वविद्यालय से केमिकल इंजीनियरिंग में पूरा किया। उन्होंने अत्यधिक प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स), धनबाद से पीएचडी पूरी की। तत्पश्चात, कई प्रतिष्ठित मंचों पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी पेपर प्रकाशित किया। उन्होंने परमाणु ऊर्जा विभाग के अन्य संगठनों में भी प्रतिष्ठित पदों पर निदेशक (तकनीकी), इंडियन रेयर अर्थ लिमिटेड (मार्च 2011 से अगस्त 2016) कार्य किया। इससे पहले वे हैदराबाद के न्यूक्लियर फ्यूल कॉम्प्लेक्स से जुड़े थे। उन्होंने उत्पादन के साथ-साथ कर्मचारी की बेहतरी के लिहाज से भी यूसील के लिए कई नई योजनाएं लागू कीं। कामगारों के लिए वेतन संशोधन, तुम्मलापल्ली यूरेनियम प्रोजेक्ट के अधिकारियों के लिए परियोजना भत्ता, कर्मचारियों के बच्चों के लिए शिक्षा भत्ता, बेहतर चिकित्सा सुविधाएं, अनुसंधान एवं विकास कार्य उनके द्वारा शुरू की गई। उन्होंने यूसील की तुम्मलापल्ली और अन्य इकाइयों में भी कई अनुसंधान और विकास गतिविधियों के कार्यान्वयन को प्रोत्साहित किया। उन पहलों के कारण यूसील तुम्मलापल्ली और अन्य इकाइयाँ वर्तमान में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने यूसीआईएल तुम्मलापल्ली माइंस के विस्तार विस्तार के लिए भी अपने स्तर पर पूरी कोशिश की लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने राजस्थान में यूसील की रोहिल परियोजना की शीघ्र स्थापना के लिए भी पहल किया था। राजस्थान सरकार ने राज्य के स्वामित्व वाली यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को रुचि पत्र (एलओआई) जारी किया, जो रेडियोधर्मी खनिज के खनन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए पहला कदम है। उनकी देखरेख में दिसंबर 2023 में यूसीआईएल नरवापहाड़ में 39वीं डीएई सुरक्षा और व्यावसायिक स्वास्थ्य पेशेवर बैठक भी आयोजित की गई थी जिसमें डीएई की सभी इकाइयों के वरिष्ठ गणमान्य लोगों ने भाग लिया था और स्वास्थ्य और सुरक्षा के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त किए। यूसीआईएल में उनके कार्यकाल में झारखंड के माननीय राज्यपाल का दौरा भी हुआ। उन्हें प्रतिष्ठित पेशेवर निकायों से कई सम्मान और पुरस्कार मिले हैं और उन्होंने दुनिया भर में कई प्रतिष्ठित समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया है। राष्ट्रीय रिएक्टरों के लिए स्वच्छ परमाणु ईंधन की मांग को पूरा करने के लिए एक बहुत ही जिम्मेदार संगठन यूसीआईएल ने डॉ0 सीके अस्नानी के कार्यकाल में पूरी गरिमा, जिम्मेदारी और गर्व के साथ 50 गौरवशाली वर्ष पूरे किए। इस सफलता की यात्रा में डॉ0 सीके अस्नानी का योगदान सदैव याद रखा जाएगा।
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