सरायकेला : समाहरणालय सभागार में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रविशंकर शुक्ला की अध्यक्षता में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना' अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और उनके सशक्तिकरण व मानवाधिकारों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करना है। साथ ही, बालिकाओं के सामने आने वाली असमानताओं को उजागर करने और उनके अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के महत्व सहित जागरूकता को बढ़ावा देने के सम्बन्ध में चर्चा किया गया। इस मौके पर उपायुक्त ने दसवीं और बारहवीं में उत्कृष्ट बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया तथा पांचवीं से छठवीं में, आठवीं से नौवीं एवं दसवीं से ग्यारहवीं में बालिकाओं के शत प्रतिशत स्थानांतरण वाले विद्यालय को पुरस्कृत किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने आए हुए सभी विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को प्रेरित करते हुए कहा कि बालिकाएं हमारे देश का भविष्य है। उन्हें शिक्षित करना हमारी जिम्मेवारी होती है। अतः सभी अभिभावक एवं बच्चियों से अनुरोध है कि वह अपने सभी शिक्षा का समय पूर्ण करें एवं भविष्य में एक शिक्षित और सशक्त महिला बनकर निखरें। इसी कड़ी में उपायुक्त ने बताया कि आज भी हमारे समाज में बेटे एवं बेटियों को भेदभाव की दृष्टि से देखा जाता है। उच्च वर्ग, निम्न वर्ग तथा लिंग में भेद किया जाता है जिसके परिणामस्वरुप हमारे समाज पर बुरा असर होता है। इन सब बधाओं को खत्म करने के लिए शिक्षा ही एकमात्र जरिया है। एक शिक्षित महिला ना केवल अपने अपितु वह अपने पूरे परिवार को शिक्षित करने में अहम् भूमिका निभाती हैं। इसलिए हर माता-पिता एवं शिक्षक का यह दायित्व बनता है कि वह बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करें जिससे एक बेहतर भविष्य का निर्माण हो सके। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्या ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र सिन्हा समेत सभी विद्यालय के शिक्षक, कर्मी एवं बालिकाएं व अभिभावक उपस्थित थे।
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
--ADVERTISEMENT--
.
.
.
0 Comments