गम्हरिया : मिथिला विकास मंच की ओर से गम्हरिया में पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा की 101वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर सदस्यों ने सर्वप्रथम उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मंच के संस्थापक सह अध्यक्ष फुलकान्त झा ने कहा कि ललित बाबू को अपनी मातृभाषा मैथिली से अगाध प्रेम था। मैथिली की साहित्यिक संपन्नता और विशिष्टता को देखते हुए वर्ष 1963-64 में ललित बाबू की पहल पर प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उसे 'साहित्य अकादमी' में भारतीय भाषाओं की सूची में सम्मिलित किया। अब मैथिली संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में चयनित विषयों की सूची में सम्मिलित है। कहा कि ललित बाबू पिछड़े बिहार को राष्ट्रीय मुख्यधारा के समकक्ष लाने के लिए सदा कटिबद्ध रहे। विदेश व्यापार मंत्री के रूप में उन्होंने बाढ़ नियंत्रण एवं कोसी योजना में पश्चिमी नहर के निर्माण के लिए नेपाल-भारत समझौता कराया था। साथ ही, रेलमंत्री के रूप में उन्होंने मिथिलांचल के पिछड़े क्षेत्रों में झंझारपुर-लौकहा रेल लाइन, भपटियाही से फारबिसगंज रेल लाइन जैसी 36 रेल योजनाओं के सर्वेक्षण की स्वीकृति उनकी कार्य क्षमता, दूरदर्शिता और विकासशीलता के ज्वलंत उदाहरण है। इसके अलावा पूरे देश मे कई रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी। इस मौके पर दिलीप ठाकुर, बद्रीनाथ झा, विधान चन्द्र झा, अश्विनी ठाकुर, रिंकू ठाकुर, संजय चौधरी समेत मंच के कई सदस्य उपस्थित थे।
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