◆झारखंड सरकार की छात्रवृत्ति योजना से लंदन में हासिल की पीजी की डिग्री
जादूगोड़ा : जादूगोड़ा के छोटे से एक गांव भाटीन का आदिवासी छात्र अजय हेंब्रम विदेशों में परचम लहरा रहा है। उसने झारखंड सरकार की छात्रवृत्ति योजना का लाभ उठाकर लंदन में पीजी की डिग्री हासिल किया है। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के जादूगोड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत भाटीन गांव निवासी अजय हेम्ब्रम ने उच्च शिक्षा का ख्वाब देखा था। अजय के अनुसार, भारत में शिक्षा तक तो ठीक था। लेकिन एक दिन इंटरनेट पर उसे कुछ विदेशी विश्वविद्यालयों के बारे में जानकारी मिली जहां से उसने अपनी मास्टर की डिग्री लेने की चाहत जाग उठी। लेकिन एक साधारण आदिवासी परिवार के इस छात्र के लिए शायद ऐसा सोच पाना भी मुश्किल था। इस सपने को हकीकत में बदलने की जद्दोजहद के बीच उसे झारखंड सरकार की "मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना" के बारे में पता चला। तत्पश्चात उसने इसके लिए आवेदन किया। उसके दोस्तों को अब भी यह सपना असंभव ही लगता था। इसी दौरान रांची में आदिवासी कल्याण विभाग की टीम द्वारा उसे साक्षात्कार के लिए बुलाया गया और उसके जुनून को देखते हुए उसका चयन संभव हो पाया। विदेशों में जिनकी पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाती हैं। उसने बताया कि लंदन की इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के कैंपस में पहले तो उसे घबड़ाहट हुई। फिर धीरे-धीरे उस माहौल में ढलते हुए जब कोर्स पूरा हुआ व उसे "डिस्टींक्शन" के साथ डिग्री मिली तो वह फुले नही समाया।बीते मंगलवार को दीक्षान्त समारोह के बाद उसे यह सम्मान दिया गया। बेटे की इस सफलता पर उसके पिता बंगाल हेम्ब्रम का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। अश्रुपूरित नेत्रों से उसकी माँ रत्नी हेम्ब्रम ने "मरांग बुरु" को धन्यवाद दिया है।
अपनी माता के साथ अजय हेम्ब्रम
यहां उल्लेखनीय यह है कि जादूगोड़ा यूरेनियम माइंस से सटे प्रसिद्ध गाँव भाटिन (पोटका प्रखंड) से शायद कोई पहली बार विदेश गया है व अजय की उपलब्धि पर हर ग्रामीण गर्व महसूस कर रहे है। भविष्य की योजनाओं के बारे में अजय ने बताया कि फिलहाल लंदन में एक साल की इंटर्नशिप करना है। उसके बाद जहाँ किस्मत ले जाये।
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