जादूगोड़ा : परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय जादूगोड़ा के हिंदी शिक्षक दीपक कुमार चौधरी द्वारा विभागीय बातचीत की वाइस रिकॉर्डिंग की घटना से मामला बिगड़ गया। उसके बाद विद्यालय के प्राचार्य नीरज ब्लाहटया के आदेश पर उंक्त शिक्षक का मोबाइल जब्त कर लिया गया और उसकी बारीकी से जांच के बाद किसी प्रकार का आपत्तिजनक तस्वीर नही पाए जाने की पुष्टि के बाद शिक्षक दीपक चौधरी को मोबाइल वापस कर दिया गया। इधर, घटना के बाद अपने को फंसता देख आरोपी शिक्षक नीरज चौधरी ने भी अपनी गलती स्वीकारी और सुलहनामा पत्र लिखकर जादूगोड़ा पुलिस प्रशासन को सौपा। इस घटना के बाबत बताया जाता है कि उंक्त विद्यालय के प्राचार्य नीरज ब्लाहटया विगत 11 से 14 दिसंबर तक छुट्टी पर थे। इसके बाद हिंदी शिक्षक दीपक कुमार चौधरी बीते 15 व 16 दिसंबर को निजी काम से छूटी पर चले गए। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों का एडमिट कार्ड जमा नही किया जिसकी वजह से विद्यालय के उप प्राचार्य ने उनका आवेदन अस्वीकृत कर दिया। उनके छुट्टी से वापस लौटने पर विद्यालय में पदस्थापित लिपिक मुमताज अहमद ने उन्हें जॉइनिंग रिपोर्ट भरने को कहा। इसी बात को लेकर लिपिक मुमताज अहमद व हिंदी शिक्षक दीपक चौधरी की बीच हुई बातचीत का आरोपी शिक्षक दीपक चौधरी ने वॉइस रिकॉर्डिंग कर ली। मामला जब प्राचार्य नीरज ब्लाहटया के पास पहुंचा तो आरोपी शिक्षक दीपक चौधरी ने प्राचार्य के समक्ष वॉइस रिकॉर्डिंग की बात का खुलासा कर दिया जिससे मामला बिगड़ गया। इसके बाद प्राचार्य ने शिक्षक पर आशंका जाहिर करते हुए उनके मोबाइल को जब्त कर जॉच कराई ताकि विद्यालय परिसर का कोई आपत्तिजनक तस्वीर या उससे जुड़ा रिकॉर्डिंग नहीं का खुलासा हो सके। जांच के दौरान ऐसा कुछ नही पाए जाने पर शिक्षक के मोबाइल को वापस दे दिया गया।।इस बाबत आरोपी शिक्षक ने जादूगोड़ा प्रशासन के समक्ष सुलहनामा पत्र जमा कर मामले को आगे बढ़ने पर विराम लगा दिया। बहरहाल प्रशासन के समक्ष सुलहनामा के बाद विवाद दोनों के बीच भले ही सुलझ गया हो लेकिन आने वाले दिनों में विभागीय कारवाई किस करवट बैठेगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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