सरायकेला : झारखंड मजदूर यूनियन की ओर से जेएआरडीसीएल के मजदूरों के साथ मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के पश्चात, उपायुक्त को यूनियन के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गोराई के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौंपकर जेएआरडीसीएल के मजदूरों की समस्याओं से अवगत कराते हुए उसके समाधान हेतु पहल करने की मांग की गई। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि टाटा-कांड्रा और चौका-सरायकेला- चाईबासा मुख्य सड़क जो जेएआरडीसीएल के अधीन है,उसमें विगत सात वर्षों से करीब 60 से अधिक आदिवासी मजदूर कार्य करते आ रहे हैं। उन सभी मजदूरों को बगैर पूर्व सूचना के ही पिछले पांच दिनों से कार्यमुक्त कर दिया गया है जो नियम संगत नहीं है। सड़क निर्माता कंपनी प्रबंधन के मनमानी रवैये के कारण विगत पांच दिनों से टाटा-कान्ड्रा व चौका- सरायकेला-चाईबासा सड़क का सफाई कार्य ठप्प है जिससे मुख्य सड़क पर धूल जम गया है। इस कारण सड़क पर चलने वाले राहगीरों को काफी असुविधा भी हो रही है। साथ ही, सड़क की सफाई में जुटे दैनिक मजदूरों के समक्ष भी रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई है। बताया गया है कि वहां कार्यरत मजदूरों को प्रबंधन की ओर से सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी दर, पीएफ, इएसआई, बोनस एवं सुरक्षा उपकरण की सुविधा भी नहीं दी जा रही है। सुविधा की मांग करने पर मजदूरों को कार्य से हटा देने की धमकी दी जाती है। उन्होंने उपायुक्त से इस मामले में पहल कर यथाशीघ्र समाधान कराने की मांग की गई है। इस मौके पर मजदूर नेता सनत सिंह सरदार, सुनील हेम्ब्रम समेत काफी संख्या में मजदूर उपस्थित थे।
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