सरायकेला : दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज पर्व के बाद पूरा क्षेत्र आस्था का महापर्व छठ की तैयारी में जुट गया है। इस महापर्व के मद्देनजर लोग छठ घाट निर्माण में जुटे हैं। चार दिवसीय छठ महापर्व नहाय-खाय के साथ शुक्रवार से शुरू होगा। आइए प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित ए. के.मिश्रा से जानते हैं इस महापर्व पर अस्ताचलगामी और ऊर्ध्वगामी सूर्य को अर्घ्य देने और पूजन करने का शुभ मुहूर्त :
🙏हरि ॐ🙏
🙏🌺 ॐ सूर्याय नम:🌺🙏
🙏🌺जय षष्ठी देव्यै (मातृ)नमो नमः🌺🙏
कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि रविवार १९ नवंबर को महाषष्ठी(छठ) व्रत है!
अत: छठ महापर्व का प्रथम संयम नहाय खाय शुक्रवार १७ नवंबर को है इस दिन नियमादि हेतु सर्वोत्तम मुहूर्त दिवा ६:०२(छः बजकर दो मिनट) से दिवा १०:०७(दस बजकर सात मिनट) बजे तक एवं शुभ मुहूर्त दिवा ११:०८ (ग्यारह बजकर आठ मिनट) से ११:३८(ग्यारह बजकर अड़तीस मिनट) तक है।
छठ महाव्रत का द्वितीय संयम यानि छठ महाव्रत का खरना (लोहंडा) कार्तिक मास शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि शनिवार १८ नवंबर को है। इस दिन पूजन हेतु शुभ मुहूर्त संध्या ५:४७ (पांच बजकर सैंतालीस मिनट) से संध्या ६:३६(छः बजकर छत्तीस मिनट) तक एवं रात्रि ८:१६ (आठ बजकर सोलह मिनट) से रात्रि १०:३५(दस बजकर पैंतीस मिनट) तक है।
रविवार १९ नवंबर को षष्ठी (छठ) महाव्रत है। इस दिन अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करने हेतु सर्वोत्तम मुहूर्त दिवा अपराह्न ३:३५(तीन बजकर पैंतीस मिनट) से संध्या ४:५९ (चार बजकर उनसठ मिनट) बजे तक है।
सोमवार २० नवंबर को प्रात: उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करने हेतु सर्वोत्तम मुहूर्त प्रात: ६:०३(छः बजकर तीन मिनट) से प्रात: ७:२५ (सात बजकर पच्चीस मिनट) बजे तक है। इस दिन छठव्रती छठ महाव्रत का पारण,अर्घ्य एवं अन्य कुलाचार विधानोपरांत उक्त अंकित मुहूर्त के मध्य शीघ्र अति शीघ्र किसी भी समय कर सकते हैं।
सभी शुभेच्छु सम्मानित आत्मीय मित्रों को आस्था का महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामनाएं।🙏
आचार्य ए.के.मिश्रा
जमशेदपुर