◆कंपनी के ही कई वरीय अधिकारियों ने पद पर रहते हुए पावर का दुरुपयोग का लगाया था आरोप
◆महाप्रबंधक के पद पर रहते हुए फर्जी आरोपो के जरिए कंपनी के पूर्व सीएमडी रमेंद्र गुप्ता के करीबियों समेत अपने एक दर्जन विरोधियों को तबादले के जरिए सिखाया था सबक
जादूगोड़ा : यूसील के पूर्व महाप्रबंधक( कार्मिक) एसके शर्मा के सेवानिवृत के बाद बैठी निगरानी जांच पूरी हो गई। बताया गया है कि कंपनी के ही दो वरीय अधिकारियों ने पद पर रहते हुए पावर का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए निगरानी से शिकायत की थी। उक्त शिकायत के बाद कम्पनी महाप्रबंधक (कार्मिक) एसके शर्मा को सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले फेनीफिट राशि पर फिलहाल रोक लगा दी गई थी। ज्ञात हो कि वे बीते एक अक्टूबर को यूसील से महाप्रबंधक (कार्मिक) के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। अपने सात वर्षों के कार्यकाल में वे अधिकांश समय अपने विरोधियों को मात देने में लगे रहे। फर्जी आरोपो के जरिए कंपनी के पूर्व सीएमडी रमेंद्र गुप्ता के करीबियों समेत अपने विरोधियों को तबादले के जरिए निशाना साधा। इस तबादले का सबसे बुरा असर उन यूसील अधिकारियों का हुआ जिनका तबादला गैर-हिंदी भाषा क्षेत्र आंध्र प्रदेश यूरेनियम प्रोजेक्ट में कर दी गई, जहां उनके बच्चों की पढ़ाई पर गंभीर असर पड़ा। तेलगु भाषा के ज्ञान के अभाव में हिंदी भाषा जानने वाले बच्चों को तेलगु भाषा की पढ़ाई में परेशानी हुई और कई सालों तक एक ही कक्षा में वे पढ़ाई करते रहे।
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