◆कुकडू प्रखंड के ग्रामीणों के बीच आजसू नेता हरेलाल महतो ने टॉर्च, पटाखा व मोबिल किया वितरण
चांडिल : जंगली हाथियों के उत्पात से त्रस्त कुकडू प्रखंड के ग्रामीणों व किसानों के बीच फिर एक बार मसीहा बनकर आजसू नेता हरेलाल महतो सामने आए हैं। शुक्रवार को आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो कुकडू प्रखंड के लेटेमदा में ग्रामीणों के आग्रह पर बैठक में सम्मिलित हुए। बैठक के दौरान उन्होंने ग्रामीणों की विभिन्न समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने हाथियों के प्रकोप को देखते हुए निजी स्तर से कुकडू प्रखंड के लेटेमदा, दारुदा, नूतनडीह, मुंडाटांड़ आदि गांव के लोगों के बीच टॉर्च लाइट,पटाखा तथा मोबिल का वितरण किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने हाथियों द्वारा किए जा रहे नुकसान पर चिंता व्यक्त की। किसानों ने बताया कि मार्च माह के बाद से किसी भी हाथी पीड़ित ग्रामीण को वन विभाग की ओर से मुआवजा नहीं मिला है। अभी धान का फसल खड़ा हो चुका है, ऐसे समय में फिर से हाथियों का आगमन शुरू हो गया है। वन विभाग हाथियों के ऊपर नियंत्रण करने में विफल है। वन विभाग द्वारा किसानों को टॉर्च व पटाखे नहीं दिया जा रहा है। इस मौके पर हरेलाल महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास वन विभाग भी है, लेकिन वह इस महत्वपूर्ण विभाग को संभालने में विफल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब मार्च माह से हाथी पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला है तो हेमंत सोरेन को इसपर ध्यान देना चाहिए था। जब वह वन विभाग संभालने में सक्षम नहीं है तो छोड़ देना चाहिए और किसी दूसरे व्यक्ति को वन मंत्रालय सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा की समस्याओं के समाधान के लिए जनता ने जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी है, वह कमीशन वसूली में व्यस्त हैं। पूरे विधानसभा में एक भी अच्छी सड़क नहीं है, हाथियों के प्रकोप से जनता भयभीत है, स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं है। फिर भी हेमंत सरकार अखबारों में विज्ञापन छपवाकर अपनी पीठ थपथपा रही हैं। बैठक को सांसद प्रतिनिधि सचिदानंद महतो, आजसू प्रखंड अध्यक्ष अरुण महतो, भाजपा मंडल अध्यक्ष भरत महतो, अश्विनी महतो, बबलू महतो, मेघनाथ महतो आदि ने भी संबोधित किया।
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