गम्हरिया : गम्हरिया के टायो कॉलोनी स्थित ई टाइप में निर्मित जर्जर दो फ्लैट पूरी तरह ढहकर गिर जाने से अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया। हालांकि समय रहते उन फ्लैटों में रहने वाले सभी लोग सपरिवार उससे बाहर निकल चुके थे। इस कारण कोई बड़ी घटना नहीं घटी और जान माल की कोई क्षति नहीं हुई। बताया गया है कि बीते रविवार की रात ही निचले तल्ले के आगे का भाग गिरकर जमींदोज हो गया था। इसके बाद उसमे रहने वाले सभी लोग सतर्क हो गए और फ्लैट छोड़कर सामान के साथ सभी सुरक्षित बाहर निकल गए। सोमवार की शाम में पूरा फ्लैट ही गिरकर ढह गया। फ्लैट ढहने के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। इसकी जानकारी मिलते ही काफी संख्या में कॉलोनीवासी वहां जुट गए और इसकी सूचना कंपनी प्रबंधन तथा गम्हरिया थाना को दी। सूचना पाकर कंपनी के अधिकारी व थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य मे जुट गई। विदित है कि टायो कंपनी बन्द होने के बाद इस आवासीय परिसर में वैसे लोग रह रहे हैं जिन्होंने अभी तक अपना सेटलमेंट कंपनी से नहीं लिया है। फ्लैट के निवासियों ने बताया कि बिना पिलर के इन फ्लैटों का निर्माण वर्षों पूर्व कराया गया था। काफी समय से इन फ्लैटों की स्थिति जर्जर है। इस बावत कई बार यहां के निवासियों द्वारा पूर्व में कंपनी प्रबंधन से शिकायत की गई थी। किन्तु, उसपर कोई पहल नहीं किया गया। सोमवार को पूरी तरह से ढह गया। गनीमत रही कि इससे पहले दीवारें टूटकर गिरने लगीं, जिससे वहां रहने वाले लोग सतर्क हो गए और समय रहते अपने सामान को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर चले गए। फ्लैट के निवासियों ने बताया कि यह निर्माण बिना पिलर के किया गया था और यह वर्षों पुराना है। लंबे समय से फ्लैट की स्थिति काफी जर्जर हो गई थी। इसको लेकर निवासियों ने कई बार कंपनी प्रबंधन से शिकायत की, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। फ्लैट के निवासियों का कहना है कि यदि समय रहते हम बाहर नहीं निकले होते, तो आज बड़ी अनहोनी हो सकती थी। लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए जरूरी सामान लेकर तुरंत फ्लैट खाली कर दिया। हालांकि कुछ लोगों के घर का सामान अभी भी मलबे में दबा हुआ है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और कंपनी प्रबंधन से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है।
इधर, टायो कॉलोनी के ई टाइप में गिरने के बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। बताया गया है कॉलोनी का अधिकांश फ्लैट जर्जर स्थिति में है। लेकिन उसकी मरम्मत या रखरखाव पर प्रबंधन द्वारा कोई पहल नहीं किए जाने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। कॉलोनीवासियों ने बताया कि कॉलोनी के ई टाइप में ई-17 से ई- 32 तक का फ्लैट पूर्ण रूपेण क्षतिग्रस्त हो गया है जिसमे क्वार्टर संख्या 18 से 22 तक गिर गया है। इन क्वार्टरों में 65 से 70 साल तक के बुजुर्ग भी बाल बच्चों के साथ रहते हैं। टायो कंपनी बन्द होने के बाद अभी तक प्रबंधन द्वारा सेटलमेंट की राशि नहीं दिए जाने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है। इस कारण वे बाहर भी कहीं किराए पर रह नहीं सकते हैं। उन्होंने कंपनी प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन से तत्काल उनके रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग किया है। गम्हरिया के टायो कॉलोनी में गिरे इन फ्लैट्स में सात परिवार फिलहाल रह रहे थे जिसमे सुनील मिश्रा,आसित ठाकुर, नंदजी सिंह, झुन्झुन पांडेय, गुरु चरण महतो आदि शामिल हैं।
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