जादूगोड़ा : परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय के पूर्व सीनियर क्लर्क सह सामाजिक कार्यकर्ता सिकोरेश गोप का अहले सुबह ब्रह्मानंद अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर पाकर सपूरा गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गई। उनकी अंतिम विदाई में पूरा धीरोल गांव उमड़ पड़ा। सामाजिक कार्यकर्ता सिकोरेश गोप के निधन से पूरा जादूगोड़ा व पोटका थाना क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। जिस किसी ने भी मौत का समाचार सुना स्तब्ध रह गया। उनका पार्थिव शरीर घर पहुँचते ही आसपास लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। शव यात्रा जैसे ही आरंभ हुई गांव की प्रायः हर महिलाएं एवं बच्चों ने उसे रो-रो कर नम आंखों से विदाई दी मानो उनके घर का कोई सदस्य अभी इस दुनिया में ना रहा हो। अंतिम विदाई में हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए जिसमें परमाणु ऊर्जा केंद्र विद्यालय के शिक्षक, यूसील के कई अधिकारी एवं कर्मचारी, मारवाड़ी सम्मेलन, चेंबर ऑफ कॉमर्स,भारत सेवाश्रम संघ समेत कई संस्था के लोगो ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। वे अत्यंत ही दयालु स्वभाव के व्यक्ति थे। गांव के किसी भी घर में कोई भी समस्या होने पर वे वहां खड़े रहते थे व अपनी जेब से रुपए खर्च कर उनकी सेवा करते थे। सेवा करने के समय वे जात और धर्म भी नहीं देखते थे। अपने गांव में विगत 25 वर्षों से लगातार रक्तदान शिविर का आईजन करते आ रहे थे तथा सैकड़ो आदमी को जरूरत के समय रक्त प्रदान करवाया है। उनके नेतृत्व में गांव में भागवत गीता का आयोजन भी कई वर्षों से किया जाता रहा। उन्होंने अपने गांव में दुर्गा पूजा आरंभ कराई तथा गांव में जगन्नाथ मंदिर अपने नेतृत्व में बनवाया। भारत सेवासंघ श्रम में भी वे लगातार अपनी सेवाएं देते रहते थे। तीन 3 वर्ष पूर्व उन्होंने परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय से स्वैच्छिक अवकाश ले लिया था। अपने पीछे वे अपने माता-पिता, दो छोटे भाई समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए।
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