तोपचांची : बेला भवन परिवार रोआम की ओर से तीन दिवसीय श्रीराम कथा का भव्य आयोजन रोआम स्थित शिव मंदिर में किया गया। कथा का वाचन पंडित श्री सुरेशानंद दुबे महाराज जी द्वारा किया गया। कथा के प्रथम दिन उन्होंने भगवान राम की महिमा का व्याख्यान किया। उन्होंने बताया कि श्री राम का भाव है सदैव रहने वाली सत्ता भाव जिसका न ही जन्म होता है न ही मरण। जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तब उसके नाम के आगे स्वर्गीय लग जाता है। लेकिन जब अवतारी पुरुष अपनी लीला को समेट कर इस धरा से जाते हैं तो उनके नाम के आगे स्वर्गीय नहीं लगता, क्योंकि वह सत्ता अविनाशी है। पंडित सुरेशानंद महाराज जी ने बताया कि श्री राम कण-कण में रमण करने वाली शक्ति है और उनकी कथा श्रवण करने से इंसान भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि प्रभु की कथा श्रवण करने के लिए भगवान भोलेनाथ ऋषि अगस्त्य जी के आश्रम में जाते हैं और प्रभु की पावन पुनीत कथा को श्रवण कर धन्य हो जाते हैं। गरुड़ जी भी जब भगवान राम और लक्ष्मण को नागपाश में बंदा देखते हैं तो उनके मन में संशय उत्पन्न हो जाता है। फिर वे हनुमान जी के कहने पर भगवान भोलेनाथ के पास जाते हैं और प्रभु की कथा को श्रवण करते हैं। तत्पश्चात, प्रभु की कथा को श्रवण कर उनके मन के सारे संशय दूर होते हैं। पंडित जी ने कहा कि जो भगवान की कथा को श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं, उनका जीवन धन्य हो जाता है। अंत में पण्डित सुरेशनन्द महाराज जी द्वारा प्रभु श्री राम के अवतार की गाथा सुनाई गई। कथा के दौरान प्रभु श्री राम का पूजन बेला भवन के संरक्षक हरि प्रसाद तिवारी, कृष्ण कुमार तिवारी, बुलु देवी, मनोज कुमार तिवारी, बन्दना देवी, खोरठा गीतकार विनय तिवारी, स्वाति तिवारी, अजय तिवारी, रिया तिवारी, राजीव तिवारी, श्वेता तिवारी, उत्तम तिवारी, गौतम तिवारी, प्रियतम कुमार पप्पू, चुमकी तिवारी, मोहित तिवारी, रूपेश तिवारी आदि द्वारा किया गया। इस मौके पर अमूल्य रत्न तिवारी, आशुतोष चौबे, सरोज तिवारी, अशेष तिवारी, राजेन्द्र तिवारी, प्रियतोष तिवारी, समीर तिवारी, मंजीत तिवारी, रुद्रप्रताप तिवारी, मीठी रानी, श्रेया सुमन, गूंज रानी, गुहिराम तिवारी समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।
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