गम्हरिया(सरायकेला-खरसावां): पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गम्हरिया प्रखंड के विभिन्न पंचायतों का दौरा करने पहुंची सिंहभूम की भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा को मोहनपुर गांव में ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। उंक्त गांव में भाजपा और झामुमो कार्यकर्ताओ में हाथापाई तक की नौबत आ गई। सूचना मिलते ही गम्हरिया बीडीओ, एसडीपीओ, आरआईटी, कांड्रा और गम्हरिया थाना प्रभारी दलबल के साथ वहां पहुंचे और मामले को शांत कराते हुए सांसद और भाजपा कार्यकर्ताओं को वापस उंक्त गांव से निकाला। गौरतलब है कि रविवार को गम्हरिया मंडल के मोहनपुर क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा का दौरा प्रस्तावित था। निर्धारित समय के अनुसार गीता कोड़ा भाजपाइयों के साथ मोहनपुर पहुंची। हालांकि इससे पूर्व उन्होंने मंडल के अन्य गांव का दौरा किया और अपने लिए मतदान करने की अपील भी की। जैसे ही भाजपाइयों का काफिला मोहनपुर पहुंचा कि ग्रामीण उग्र हो उठे और गीता कोड़ा का रास्ता रोक दिया। इस दौरान ग्रामीण पारंपरिक हथियारों से लैस थे और लगातार गीता कोड़ा के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान उंक्त गांव के युवा, महिला व पुरुष सभी ग्रामीण भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए। ग्रामीणों का कहना था कि बगैर ग्राम सभा से अनुमति लिए चुनाव प्रचार में भाजपाई कैसे पहुंच गए। यह उनकी परंपरा के खिलाफ है। हालांकि, समय रहते प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझा बुझा कर शांत कराते हुए उनके चंगुल से गीता कोड़ा और भाजपाइयों को छुड़ाया। इसके बाद गीता कोड़ा के गम्हरिया प्रखंड में प्रस्तावित सभी दौरे को रद्द कर दिया गया। विदित है कि इससे पहले गीता कोड़ा कांग्रेस में थी और उंक्त गांव में भी बीते लोकसभा चुनाव में गई थी। लेकिन भाजपा में जाते ही आदिवासी बहुल गांव में उनका विरोध शुरू हो गया है। इस दौरान भाजपा के कद्दावर नेता गणेश महाली, प्रखंड अध्यक्ष अमित सिंहदेव, महिला जिलाध्यक्ष रश्मि साहू, राकेश सिंह, मनोज तिवारी, स्वप्निल सिंह, निरंजन मिश्रा, सुनीता मिश्रा सहित गम्हरिया एवं आरआईटी मंडल के दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
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