■आदित्यपुर नगर निगम 'मस्त'... जनता 'त्रस्त'!सवाल वार्ड -17 में पेयजल की गम्भीर समस्या
आदित्यपुर : आदित्यपुर नगर निगम झारखंड के नौ नगर निगमों में सबसे बड़ा नगर निगम है। इसका सलाना बजट करोड़ों का होता है। इसके बावजूद यहाँ के लोगों को पानी नहीं मिल पाता है। उन्हें पानी खरीदकर पीना पड़ता है। जबकि नगर निगम का दस प्रमुख कामो मे सबसे पहला काम नगरवासी को स्वच्छ पानी की सुविधा प्रदान करना होता है। आदित्यपुर वार्ड-17 के लोग करीब बीस वर्षों से पेयजल की समस्या से जुझ रहे हैं। किन्तु, नगर निगम के आला अधिकारी के कानों पर जूँ तक नहीं रेंगती है। मानव गरिमा में जीवन जीने के लिए पानी का मानव अधिकार अपरिहार्य है। संविधान मेंं मानव अधिकार को स्पष्ट रूप से मान्यता दी है कि स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता सभी मानव अधिकारों की प्राप्ति आवश्यक है। अब वार्ड-17 के लोग जग गये हैं और इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। नगर निगम के आला अधिकारियों से सुनील गुप्ता ने गुज़ारिश किया है कि इस वार्ड के लोगों को जल्द पीने के लिए स्वच्छ जल की सुविधा प्रदान करे। वरना मजबूरन कॉलोनीवासी राज्य के मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन से शिकायत करेंगे।
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