●किसानों के विकास के लिए हेंमत सरकार संकल्पित- दशरथ गागराई
सरायकेला : खरसावां प्रखंड सभागार में गुरूवार को धान अधिप्राप्ति केंद्र का विधिवत उद्घाटन खरसावां विधायक दशरथ गागराई, जिला आपूर्ति पदाधिकारी झुनूलाल मिश्रा, प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रधान माझी आदि ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान बताया गया कि सरायकेला खरसावां जिले के दस लैम्प्सों में धान अधिप्राप्ति का केंद्र खोला जाएगा। इस दौरान, गुरुवार को खरसावां, राजनगर के जामबनी और चांडिल में धान अधिप्राप्ति केंद्र खोला गया। इस मौके पर विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि इस संकल्प से सिद्धि और सिद्धि से समृद्धि प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि किसानों के विकास के लिए झारखंड की हेमंत सरकार संकल्पित है। सुखाड़ से निपटने और किसानों की हालत सुधारने पर सरकार कार्य कर रही है। कहा कि किसानों की उन्नति के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण कार्य प्रारंभ किया है। जब तक राज्य की आधी आबादी से अधिक किसानों का विकास नहीं होगा,तब तक राज्य की प्रगति अधूरी है। उन्होने कहा कि किसान के आय मे वृद्धि हेतु सरकार विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है। ऐसे मे अति संवेदनशील होकर कार्य करने की आवश्यकता है। श्री गागराई ने कहा कि किसान और लेम्पस के लोग आपसी तालमेल और सरकारी गाइडलाइन के तहत धान की खरीदारी करें। किसानों से धान की कटौती नही करें। किसान भी अपना धान केन्द्र पर बेचकर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्राप्त करें। इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसानों को धान बिक्री करने के लिए निबंधन करना आवश्यक है। जिन किसानों ने अब तक अपना निबंधन नहीं करवाया है वे अविलंब निबंधन करवा लें। उन्होंने खरसावां के बडाबाम्बों में भी धान अधिप्राप्ति केंद्र खोलने का निर्देश दिया। इस मौके पर श्री जामुदा ने कहा कि जैसे ही धान की खरीद पूरी हो जाएगी और सारी औपचारिकताएं खत्म होने के बाद धान की कीमत किसानों के बैंक खाते में सरकार द्वारा ट्रांसफर कर दी जाएगी। कहा कि फसल बेचने के दो सप्ताह के अंदर किसानों को धान की कीमत प्राप्त हो जाएगी।
जिले में 3 लाख क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य-डीएसओ
इस मौके पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी झुनूलाल मिश्रा ने कहा कि सरायकेला खरसावां जिले में तीन लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जिले के दस लैम्प्सों में धान अधिप्राप्ति का केंद्र खोला जाएगा। उन्होने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस बार केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा धान का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है। ऐसे में किसान को 2300 रूपये प्रति क्विंटल धान का मूल्य मिलेगा। किसानों को प्रति क्विंटल धान का मूल्य 2183 रूपये मिलेगा। साथ में 117 रूपये का बोनस सरकार देगी जिसे मिलाकर किसान को कुल 2300 रूपये प्रति क्विंटल धान का मूल्य मिलेगा। धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान बेचने के एक सप्ताह के अंदर 50 फीसदी और दुसरे सप्ताह में 50 फीसदी धान के मुल्य का भुगतान होगा। उन्होंने बताया कि इस बार ई-वेरिफिकेशन के बाद ही किसान अपना धान बेच सकेगे। इसके लिए उन्हे आधार से जुडे ई-पॉश मशीन पर अंगूठा लगाना होगा। पहली बार हो रही इस कवायद का मकसद यह है कि कोई फर्जी किसान धान नहीं बेच सके। इस बार ढाई सौ रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 2300 रुपये की दर से धान का समर्थन मूल्य राज्य सरकार ने तय किया है। पिछली बार किसानों को मात्र 2050 रुपये प्रति क्विंटल की दर ही मिली थी। इस मौके पर डीसीओ अशोक तिवारी, बीसीओ निर्मल लकड़ा, एमओ शंकर साव, सुरेन्द्र प्रसाद, अजय सामड, मंजू बोदरा, जितवाहन मंडल, कविता पांडे, गोवर्धन राउत, बलभ्रद महतो आदि उपस्थित थे।
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