गम्हरिया : औद्योगिक क्षेत्र गम्हरिया स्थित बिहार रफिया कंपनी प्रबंधन पर बकाएदारों के करोड़ों रुपए डकार कर कोलकाता शिफ्ट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बंद कंपनी से रात के अंधेरे में प्लांट एवं मशीनरी को बाहर निकालने के मामले का उद्भेदन होने के बाद कई कामगारों एवं बकाएदारों ने मंगलवार को कोल्हान मजदूर संघ के नेतृत्व में कंपनी गेट पर प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन से प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। यूनियन के सचिव सह सांसद प्रतिनिधि जगदीश नारायण चौबे के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए प्रबधनों पर एफआईआर दर्ज कर बकाया रकम दिलाने की गुहार लगाई गई है। बताया गया कि बोरा बनाने वाली इस कंपनी को अचानक बंद करने की भनक कामगारों समेत इसके सप्लायरों तक को नहीं लगने दी गई। इसका परिणाम हुआ कि कंपनी में कार्यरत कामगारों को उनका वेतन समेत अन्य कटौती की राशि का भुगतान नहीं हुआ। इधर सप्लायरों समेत सुरक्षा एजेंसी एवं अन्य मद को मिलाकर करीब करोड़ों रुपए की राशि बकाया होने का मामला सामने आया है। इसमें सिर्फ सिक्योरिटी एजेंसी का ही करीब 40 लाख बकाया है। इस मामले की सूचना मिलते ही श्रम विभाग से लेकर प्रशासन के अधिकारी हरकत में आ गए हैं।
पूर्व विधायक को दी मामले की जानकारी
इससे पूर्व कंपनी के बंद होने के बाद इसके खुलने के आसार नहीं दिखने पर सप्लायरों एवं मजदूरों ने रविवार को कोल्हान मजदूर यूनियन के संरक्षक सह पूर्व विधायक अरविंद सिंह के कार्यालय में पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई। मजदूरों ने बताया कि करीब 30 से 35 साल तक नौकरी के बाद उन्हें फाइनल हिसाब नहीं दिया। उनके वेतन से पीएफ, ईएसआई, ग्रेच्युटी आदि के काटी गई राशियों का भी भुगतान नहीं किया गया। इसके साथ ही सप्लायरों, लेबर ठेकेदारों एवं सिक्योरिटी एजेंसियों के लाखों रुपए बकाए का भुगतान नहीं किया गया और कंपनी बंद कर दी गई। इधर, मंगलवार को पूर्व विधायक को गुप्त सूचना मिली कि रात के अंधेरे में कंपनी परिसर से ट्रकों पर लोड कर कंपनी से मशीन एवं अन्य सामग्री को हटाया जा रहा है। इस सूचना के बाद पूर्व विधायक समेत कोल्हान मजदूर यूनियन के सदस्य कंपनी में पहुंचकर वहां मौजूद केयर टेकर को डांट फटकार कर एक भी सामग्रियों को नहीं हटाने की सख्त हिदायत देते हुए गम्हरिया थाना प्रभारी समेत संबद्ध सभी विभागों को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्व विधायक ने कामगारों समेत बकाएदारों को हर हाल में न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में श्रम विभाग, कारखाना निरीक्षक, जियाडा समेत जिले के डीसी एवं एसपी को कोल्हान मजदूर संघ की ओर से ज्ञापन सौंप कर कंपनी के तीनों प्रोपराइटर नरेश अग्रवाल, टीसी अग्रवाल एवं सुरेश अग्रवाल पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की जाएगी। बताया कि कंपनी प्रबंधनों की ओर से एक साजिश और धोखाधड़ी के तहत ऐसी स्थिति उत्पन्न किया है। कंपनी को एनसीएलटी में ले जाकर मिली भगत से एक पक्षीय फैसला कराने की बात सामने आई है। इसकी जानकारी मजदूरों या बकाएदारों तक को नहीं दी जाती है।
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