एसके शर्मा (फ़ाइल फोटो)
जादूगोड़ा : झूठे व तथ्यहीन आरोपों में दूसरों को फंसाने वाले यूसील के पूर्व महाप्रबंधक एस के शर्मा के खिलाफ विगत 45 दिनों तक चली विजिलेंस जांच के बाद बीते 15 नवंबर को उनके ग्रेच्युटी का भुगतान संभव हो पाया। यूसील में पहले महाप्रबंधक वे बने जिनके खिलाफ कई उच्च स्तर के अधिकारियों ने उनके करतूतों की शिकायत दर्ज कराकर अपनी जिम्मेदारी निभाई थी ताकि उन्हे उनकी गलती का सजा मिल सके। हालांकि इस जांच में उन्हें क्लीन चिट दे दिया गया। यहां बताते चलें कि यूसील के कई वरीय अधिकारियों ने बीते 31अक्टूबर को उनके करतूतों की चिट्ठी विजिलेंस टीम को भेजी थी। उक्त शिकायत की जांच की वजह से बीते 31अक्टूबर को कम्पनी से सेवानिवृत्त होने के बाद भी उन्हें सेवानिवृत्ति तिथि को मिलने वाले 20 लाख रुपए ग्रेच्युटी के लाभ पर ग्रहण लग गया था व जांच पूरी होने तक भुगतान पर रोक लग गई थी। एक महीने उनके खिलाफ लगे आरोपों की विजिलेंस जांच के बाद बीते बुधवार, 15 नवंबर को उनके बैंक खाते में ग्रेच्युटी की राशि भेज दी गई।
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