गम्हरिया : आदित्यपुर स्थित रैन बसेरा में आनन्दमार्ग प्रचारक संघ की ओर से बाबा नाम केवलम संकीर्तन सह सत्संग का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि 'बाबा' शब्द का अर्थ सबसे अधिक प्रिय जन, सबसे अधिक अपना जन होता है। क्योंकि परम पुरुष सब के पिता हैं, इसीलिए सारी सृष्टि के वे बाबा हैं और हम सभी उनकी श्रेष्ठ संतान हैं। इसलिए उनका नाम ही हमारे ही मन, जिह्वा और अस्तित्व की प्रत्येक द्योतना में अनुरणित होना चाहिए। इसलिए उनके नाम का संकीर्तन हम सभी करते हैं। उन्होंने कहा कि आनन्दमार्ग का उद्देश्य है आत्म मोक्षार्थम जगत हिताय च अर्थात हमलोगों का लक्ष्य है एक हाथ परमपुरुष के चरण पर रख कर दूसरे हाथ से जगत की सेवा करते जाना। जो कार्य अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने में मददगार हो उस कर्म को अपनाना है और जो कार्य बाधक हो उसे दूर हटा देना चाहिए। उन्होंने निःस्वार्थ भाव से जन सेवा करने का संदेश दिया। इस मौके पर संस्था के जिला भुक्ति प्रधान गोपाल बर्मन, प्रेमनाथ राय, भुक्ति प्रधान सुधीर जी, जगदीश, प्रभात समेत काफी संख्या में आनंदमार्ग के अनुयायी उपस्थित थे।
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